गोरखपुर, दुर्गेश त्रिपाठी। महंत दिग्विजयनाथ की विशाल प्रतिमा के सामने मुख्यमंत्री व गोरक्षपीठाधीश्वर महंत योगी आदित्यनाथ ने जब विशेष बच्चों को अपने बीच पाया तो चेहरे पर संतोष के भाव बयां कर रहे थे कि अब सब कुछ ठीक रहेगा। बच्चों के हाथ में बिना विलंब उपकरण देने के लिए मुख्यमंत्री खुद बार-बार डीएम विजय किरन आनन्द की ओर मुड़ जा रहे थे। मुख्यमंत्री ने बच्चों से कहा, 'बेटा खूब पढ़ना, आगे बढ़ना। बच्चों के पीठ पर भरोसे की थपकी देकर मुख्यमंत्री मानो कह रहे हों कि, 'घबराना नहीं, मैं हूं न।'
महंत दिग्विजयनाथ की प्रतिमा के सामने मुख्यमंत्री व गोरक्षपीठाधीश्वर महंत योगी आदित्यनाथ ने ने बच्चों से कहा बेटा खूब पढ़ना आगे बढ़ाना। बच्चों के पीठ पर भरोसे की थपकी देकर मुख्यमंत्री मानो कह रहे हों कि घबराना नहीं मैं हूं न।
दिव्यांग बच्चों को दिया ट्राई साइकिल और विशेष डेस्क
तारामंडल क्षेत्र के महंत दिग्विजयनाथ पार्क में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दृष्टि दिव्यांग, श्रवण दिव्यांग, बौद्धिक दिव्यांग बच्चों को टैबलेट और श्रवण यंत्र तो दिए ही मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के अंतर्गत बच्चों को लैपटाप भी दिए। इससे पहले मुख्यमंत्री ने दिव्यांग बच्चों को ट्राई साइकिल और विशेष डेस्क दिया।
बच्चों को संभाल कर ले जाना
मुख्यमंत्री न सिर्फ बच्चों को उपकरण दे रहे थे वरन उनको जाते वक्त सहारा भी दे रहे थे। उपकरण लेकर आगे बढ़ रहे बच्चों को संभाल कर ले जाने के लिए मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए। चौरी चौरा की विधायक संगीता यादव खुद बच्चों को सहारा देकर मंच से उतरने में मदद करती रहीं।
मेरा बेटा अंकित दिव्यांग है। आज महाराज जी ने अपने हाथ से उसको उपकरण दिए हैं। सरकार का बहुत सहारा मिल रहा है। - प्रमोद विश्वकर्मा, जुडिय़ान, गीडा।
बेटा शिवम कक्षा तीन का छात्र है। दिमागी रूप से कमजोर है। बाबा जी (मुख्यमंत्री) के हाथ से मिले उपकरण से चलना-फिरना आसान होगा। - सोना, सीयर गगहा।
सरकार की योजनाओं का लाभ अब हम जरूरतमंदों के परिवार तक पहुंच रहा है। अब हमारे बच्चों की भी सुधि ली जा रही है। - तेजू, नेउरा उरुवा।
बेटा सुमित दिव्यांग है। भविष्य को लेकर हम हमेशा चिंतित रहते थे लेकिन अब योजनाओं का लाभ मिल रहा है तो राहत मिल रही है। - संतू, सहजनवां।
लैपटाप बनेगा तकनीकी शिक्षा का आधार
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंच पर पांच छात्रों को लैपटाप दिया है। घघसरा के कृतिक नरायन तिवारी सबसे पहले मुख्यमंत्री के हाथों लैपटाप लेने मंच पर पहुंचे। मुख्यमंत्री ने लैपटाप को खोला और कृतिक से बात की। कृतिक ने कहा कि लैपटाप तकनीकी शिक्षा का आधार बनेगा। इससे पढ़ाई में काफी मदद मिलेगी।
जंगल मातादीन के शोभित जायसवाल, रसूलपुर अमुरतानी की शफकत अजीज, महुआडाड़ मिश्रौलिया की श्रेया दुबे और दीवान बाजार समय माता मंदिर की आंचल जायसवाल को मुख्यमंत्री ने अपने हाथों से लैपटाप दिया तो सभी के चेहरे पर खुशी देखते ही बन रही थी। सभी ने कहा कि लैपटाप से शिक्षा की राह और आसान हो जाएगी।