वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के रूप में देश को एक ऐसा प्रधानमंत्री मिला है, जो अपनी विरासत से जुड़कर ना सिर्फ गर्व की अनुभूति करता है बल्कि भारत को एक भारत श्रेष्ठ भारत बनाने के लिए संकल्पित भी है। हमने ऐसा भी प्रधानमंत्री देखा है जो सोमनाथ के मंदिर के जीर्णोद्धार में देश के राष्ट्रपति को भेजने के खिलाफ था और आज हम ऐसे प्रधानमंत्री को भी देख रहे हैं जो अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर के निर्माण कार्य का खुद अपने कर कमलों से शुभारंभ करते हैं। ये बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में आयोजित मोदी@20 पुस्तक के विमोचन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि के तौर पर अपने उद्बोधन के दौरान कही।
एक वो थे जिन्हें अपनी विरासत पर गौरव की अनुभूति नहीं होती थी
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ये दिखा दिया है कि विरासत को सम्मान कैसे दिया जाता है। अयोध्या में भगवान राम के मंदिर के लिए 500 वर्ष में ना जाने कितनी पीढ़ियां गुजर गयीं, तरस गयीं। एक समय वो भी था जब सोमनाथ मंदिर के पुनरोद्धार के रूप में राष्ट्रपति जाते हैं तो देश के प्रथम प्रधानमंत्री उन्हें रोकते हैं और आज पीएम मोदी स्वयं अयोध्या पहुंचते हैं और अपने कर कमलों से भव्य मंदिर निर्माण का शुभारंभ करते हैं। एक वो प्रधानमंत्री थे जिन्हें अपनी विरासत पर गौरव की अनुभूति नहीं होती थी और एक नरेन्द्र मोदी हैं जिन्होंने अपनी विरासत के साथ जुड़ कर पूरे भारत को एक भारत को श्रेष्ठ भारत बनाने का संकल्प लिया हुआ है।
पीएम मोदी के कारण योग को मिली दुनियाभर में पहचान
मुख्यमंत्री ने कहा कि विरासत को सम्मान देने का इससे अच्छा उदाहरण और क्या हो सकता है कि आज हमारे योग को दुनियाभर में मान्यता मिली हुई है। 21 जून को दुनिया के पौने दो सौ देश अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस मनाते हैं। दुनियाभर में फैले भारतवंशी ये कहते हैं कि आज हमारी पहचान मोदी जी के नाम से हो रही है। प्रधानमंत्री दुनिया में कहीं भी जाते हैं तो वहां प्रवासी भारतीयों से मिलते हैं और उन्हें देश की विरासत से जोडने का हर प्रयास करते हैं।
काशी विश्वनाथ धाम आज हमारे सामने है
मुख्यमंत्री ने कहा कि काशी विश्वनाथ धाम आज हम सबके सामने है। महात्मा गांधी ने 1916 में काशी में विश्वनाथ मंदिर को लेकर तीखी टिप्पणियां की थी। गांधी जी के नाम पर देश में लंबे समय तक सरकार चलाने वालों ने कभी इस ओर ध्यान नहीं दिया। मगर मोदी जी ने काशी विश्वनाथ धाम दुनिया के सामने प्रस्तुत कर दिया। यही नहीं आतंकवाद के साथ कैसे लड़ा जाना चाहिए। भारत विरोधियों के साथ कैसे निपटना चाहिए इसका उदाहरण सबके सामने है। कश्मीर में आतंकवाद के जड़ को सदैव के लिए समाप्त करने में भी प्रधानमंत्री ने कोई गुरेज नहीं दिखायी। यही पीएम मोदी के नेतृत्व की क्षमता है।
काशीवासियों को देता हूं हृदय से बधाई
खचाखच भरे रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में सीएम योगी ने अपने उद्बोधन के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रशासनिक क्षमता के हर पहलू पर विचार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि हम सब गौरावान्वित हैं कि हमारे प्रधानमंत्री आज दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेताओं में शुमार हैं। नरेन्द्र मोदी जी के 20 वर्ष की प्रशासनिक कार्यप्रणाली पर आधारित इस पुस्तक को समाज के अलग अलग तबके से जुड़ी हुई विभूतियों ने अपने अनुभवों के आधार पर देश के सामने प्रस्तुत किया है। इस पुस्तक के हिन्दी संस्करण का विमोचन आज काशी में संपन्न हो रहा है, जिसके लिए काशीवासियों को हृदय से बधाई देता हूं।