Shiela Dikshit के आते ही मिलती है सत्ता : जनार्दन द्विवेदी

भाजपा का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा कि ये जो लोग आ गए हैं, वो तोड़ रहे है। दिलो को मिला नहीं रहे हैं, तोड़ने का काम नहीं कर रहे हैं। तोड़फोड़ करने वालों को हराने की जरूरत है। डॉ. कर्ण सिंह ने कहा कि शीला दीक्षित को पिछले 50 वर्ष से जानता हूं। इस उम्र में भी शीला दीक्षित ने चुनौती स्वीकार की है। दिल्ली का कायाकल्प शीला के पंद्रह साल के कार्यकाल में ही हुआ है। मणिपुर और गोवा में अपनी सरकार नहीं बनने पर कर्ण सिंह ने कहा कि हमारी नालायकी से ही मणिपुर और गोवा में कांग्रेस की सरकार नहीं बन सकी।
आधुनिक दिल्ली शीला ने बनाई : पीसी चाको
प्रदेश कांग्रेस प्रभारी पीसी चाको ने कहा कि शीला ने पंद्रह साल में दिल्ली को आधुनिक बनाया। दिल्ली में 75 प्रतिशत संगठन खड़ा हो चुका है। हम दिल्ली विधानसभा में नहीं होते हुए भी मुख्य प्रतिपक्ष के रूप में रहे हैं। हर मुद्दे पर दिल्ली सरकार और केंद्र की भाजपा सरकार को कटघरे में खड़ा करते रहे हैं।
भीड़ संभालना हुआ मुश्किल
शीला दीक्षित के पदग्रहण समारोह में पहुंचते ही ढोल-नगाड़े बजाकर स्वागत किया गया। कांग्रेस कार्यकर्ता इस अवसर पर थिरकते दिखे। पुराने कार्यकर्ताओं में भी उत्साह दिखा। कांग्रेस कार्यालय ही नहीं, दीनदयाल उपाध्याय मार्ग पूरी तरह झंडे-बैनरों से पट गया था। महिला कार्यकर्ताओं में भी नया जोश दिखा। शीला की एक झलक पाने के लिए महिला कार्यकर्ता भीड़ में सबसे आगे दिखीं। कार्यकर्ताओं का हुजूम ऐसा था कि कड़ी मशक्कत के बाद शीला दीक्षित को स्टेज तक पहुंचाया गया। सेवा दल कार्यकर्ताओं के लिए भीड़ को संभालना मुश्किल साबित हो रहा था।
माकन ने पढ़ा राहुल और सोनिया का प्रस्ताव
पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अजय माकन ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी का शीला दीक्षित, हारुण यूसुफ, देवेंद्र यादव, राजेश लिलोठिया को पदासीन करने का प्रस्ताव रखा। प्रदेश कांग्रेस ने इसे सर्वसम्मति से पास कर दिया।