Congress के घोषणापत्र में राष्ट्रद्रोह की बात, BJP के संकल्प पत्र में राष्ट्रवादः Sushma
मंच से बोलतीं सुषमा स्वराज
भाजपा के आईटी प्रकोष्ठ की ओर से सिंगना स्थित ट्रेड सेंटर में ‘विजय संकल्प साइबर योद्धा’सम्मेलन में शिरकत करने पहुंचीं सुषमा स्वराज ने विपक्ष पर करारे हमले किए। सुषमा स्वराज ने मंच संभालते ही संकल्प पत्र का जिक्र किया। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस का घोषणापत्र राष्ट्रद्रोह की बात करता है और सेना पर भी अंकुश लगाता है जबकि भाजपा राष्ट्रवाद की बात करती है। संकल्प पत्र के जारी होने के बाद आगरा पहुंचीं सुषमा स्वराज ने कहा कि राहुल गांधी को और विपक्ष के नेताओं को देश की नब्ज नहीं पता वो सिर्फ मोदी को पता है। मोदी सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक करते हैं लेकिन, विपक्ष सबूत मांगता है।
केंद्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने जिक्र किया कि भाजपा का संकल्प पत्र राष्ट्रवाद, अन्त्योदय और सुशासन पर टिका है। जनता इसे इन तीन कसौटियों पर नापे। मोदी सरकार ने संविधान में संशोधन कर सामान्य जाति के लोगों को आरक्षण दिया, जिसमें ओबीसी और एससी किसी भी जाति का अहित नहीं हुआ।
उन्होंने वहां मौजूद कार्यकर्ताओं और नेताओं से कहा कि जनता को बताएं आखिर मोदी सरकार क्यों चाहिए? 2014 से लेकर 2019 तक भाजपा के पास सकारात्मक कहने के लिए बहुत कुछ है।
केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि कांग्रेस ने भारत की बर्बादी से जंग जारी रहेगी जैसे नारे लगाए, ऐसे में भाजपा नेताओं को विवादित बयान देने से बचने की जरूरत है।
कांग्रेस पर हमलावर होते हुए कहा कि राहुल गांधी से पूछना चाहते हैं कि जब हिन्दुस्तान से देश द्रोह खत्म हो जाएगा तो आतंकवाद पर कैसे लगाम लगेगी। देश में अगर आतंकवाद नहीं है तो राहुल गांधी एसपीजी की सुरक्षा लेकर क्यों चलते हैं?
विदेश मंत्री ने विकास की बात करते हुए कहा कि आज देश में 29 किलोमीटर सड़क रोजाना बन रही है। देश में 14 नए एम्स बने हैं। भारत में आज तीन लाख से अधिक कॉमर्शियल सेंटर काम कर रहे हैं। आयुष्मान भारत के तहत पांच लाख रुपए प्रतिवर्ष इलाज के लिए मिलते हैं।
विदेश मंत्री ने पुलवामा आतंकी हमले का जिक्र करते हुए कहा कि पुलवामा के बाद विपक्ष ने कहा था भाजपा मामले को गर्माने का प्रयास कर रही है। लेकिन, हमने कहा कि पाकिस्तान ने ऐसी हरकत की तो हम चुप नहीं बैठेंगे। इस पर अन्तरराष्ट्रीय जगत ने हमारा समर्थन किया।
इस्लामिक देशों ने पाकिस्तान के खिलाफ जाकर भारत का समर्थन किया। आबुधाबी में इस्लामिक देशों के समूह से पाकिस्तान ने कहा भारत को न्यौता नहीं दे। लेकिन, उसके बाद भी इस्लामिक देशों के समूह ने भारत को बुलाया और पाकिस्तान की कुर्सी खाली रही। यह भारत का प्रभुत्व है।