Rahul and Priyanka Gandhi ने नवजोत को दी बड़ी सलाह, सिद्धू अब संभाल सकते हैं नए विभाग में पदभार
नवजोत सिंह सिद्धू-राहुल गांधी - फोटो : ANI
नवजोत सिद्धू को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी ने बड़ी सलाह दी है। उसके बाद चर्चा है कि सिद्धू अब नया पदभार संभाल सकते हैं। सिद्धू ने सोमवार को अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी में उन्हें एंट्री दिलाने वाली महासचिव प्रियंका गांधी से मुलाकात कर अपना पक्ष रखा। उन्होंने नेतृत्व को लिखित में अपने साथ किए जा रहे बर्ताव से अवगत कराया। इस दौरान कोषाध्यक्ष अहमद पटेल भी मौजूद थे।
सूत्रों ने बताया कि राहुल और प्रियंका ने विभाग बदले जाने से नाराज सिद्धू को अपनी बात कहने का पूरा मौका दिया। साथ ही दोनों ने उन्हें फिलहाल शांत रहने की सलाह दी है। कांग्रेस नहीं चाहती कि विवाद आगे बढ़े। लिहाजा मौके पर मौजूद अहमद पटेल को जिम्मा सौंपा गया है कि वे दोनों नेताओं से सुलह का फार्मूला निकालें।सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस नेतृत्व ने सिद्धू को भले पक्ष रखने का मौका दिया, लेकिन यह भी स्पष्ट कर दिया कि बयानबाजी का नुकसान पार्टी को उठाना पड़ता है। इसलिए ऐसा कोई काम न किया जाए जिससे पार्टी की छवि खराब हो। बैठक के बाद सिद्धू ने राहुल, प्रियंका और अहमद पटेल के साथ फोटो ट्विटर पर पोस्ट की। साथ ही लिखा की कांग्रेस अध्यक्ष से मिला, उन्हें पत्र सौंपा और हालात की जानकारी दी।
आखिरी चरण में छिड़ा था घमासान
सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह और कैबिनेट मंत्री नवजोत सिद्धू के बीच छत्तीस का आंकड़ा तो शुरू से ही चलता आ रहा है। लेकिन लोकसभा चुनाव प्रचार के आखिरी चरण में दोनों के बीच सियासी घमासान छिड़ गया था। सिद्धू ने मतदान से ऐन पहले बठिंडा में राजा वड़िंग के प्रचार के दौरान कैप्टन पर ही सार्वजनिक तौर पर नाम लिए बगैर उंगली उठा दी थी।
सीएम ने मतदान के बाद इस पर तीखी प्रतिक्रिया जताई थी। उन्होंने कहा था कि सिद्धू के बयान से चुनाव में नुकसान हुआ है, वह मतदान के बाद भी अपनी बात कह सकते थे। नतीजों के बाद सीएम ने कहा कि सिद्धू के निकाय विभाग की खराब कारगुजारी की वजह से शहरों में कांग्रेस को वोट नहीं मिले।
उधर, सिद्धू प्रेस कांफ्रेंस कर अपने विभाग की परफॉर्मेंस बताते रहे। नाराज सिद्धू कैबिनेट की मीटिंग में भी नहीं गए। आखिर मंत्रिमंडल फेरबदल में सिद्धू के दोनों विभाग स्थानीय निकाय और पर्यटन बदल दिए गए। इसके बदले में उन्हें बिजली और नवीनीकरण योग्य ऊर्जा विभाग दिया गया। नाराज सिद्धू दिल्ली चले गए पर राहुल के वायनाड में होने केकारण उनकी मुलाकात अब हुई।
नवजोत सिद्धू चाहे दिल्ली जाएं या कोलकाता, कोई फर्क नहीं पड़ता
आनंदपुर साहिब से सांसद मनीष तिवारी ने कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू के बयानों से कांग्रेस को लोकसभा चुनाव में नुकसान हुआ है। सिद्धू अब दिल्ली जाएं या कोलकाता, कोई फर्क नहीं पड़ता। कैप्टन ही पंजाब में सर्वेसर्वा है। नवजोत सिंह सिद्धू को कांग्रेस में आए दो वर्ष हुए हैं, उन्हें कांग्रेस के कल्चर का ही पता नहीं है।
सांसद तिवारी यहां पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से सभी कैबिनेट मंत्रियों को उनके नक्शेकदम पर चल कर सीखना चाहिए। क्योंकि कैप्टन साहिब की राजनीतिक व अन्य विषयों सहित सरकार चलाने की समझ उच्चकोटि की है।