15 अक्टूबर तक ट्रैफिक ड्यूटी से हटा जाएंगे एक तिहाई पुलिसकर्मी, जानिए क्या है वजह
आगरा जिले में तैनात 205 में से 75 कर्मचारी ऐसे हैं, जो ट्रैफिक में रहने की समय अवधि पूरा हो जाने के बाद भी डटे हुए हैं। आईजी रेंज ए सतीश गणेश ने समीक्षा के बाद इन सभी को हटाकर इनकी जगह 15 अक्तूबर तक नई तैनाती के निर्देश एसएसपी बबलू कुमार को दिए हैं। आईजी ने रेंज कार्यालय पर अपराध, यातायात, प्रोटोकोल से जुड़े अधिकारियों के साथ मीटिंग की। साथ ही ट्रैफिक पुलिस की स्थिति की समीक्षा की। ट्रैफिक पुलिस में तीन इंस्पेक्टर, 62 हेड कांस्टेबल और 140 कांस्टेबल हैं।
इनमें से दो इंस्पेक्टर 31 हेड कांस्टेबल और 42 कांस्टेबल ट्रैफिक में रहने की अधिकतम समय अवधि पूरा हो जाने के बाद भी डटे हुए हैं। इन्हें हटाया नहीं गया है।
इनमें से दो इंस्पेक्टर 31 हेड कांस्टेबल और 42 कांस्टेबल ट्रैफिक में रहने की अधिकतम समय अवधि पूरा हो जाने के बाद भी डटे हुए हैं। इन्हें हटाया नहीं गया है।
यह है नियम
आईजी ने निर्देश दिए हैं एक कमेटी का गठन कर स्क्रीनिंग की जाए। इनके स्थान पर नई तैनाती की जाए। उन्होंने बताया कि इस संबंध में डीजी का आदेश भी है। सिपाही अधिकतम पांच वर्ष ट्रैफिक में रह सकता है। इसी तरह सभी की समय सीमा निर्धारित है।
मुकदमे के बाद भी हटाए गए नहीं
आईजी ने समीक्षा में पाया कि ट्रैफिक के तीन में से दो इंस्पेक्टर, 62 में से 20 हेड कांस्टेबल और 140 में से 13 कांस्टेबल ऐसे हैं जिनके खिलाफ शिकायतें हैं। कई पर केस भी दर्ज हैं। इन्हें हटाया नहीं जा रहा है। इनके अतिरिक्त कई ऐसे हैं जिनका जनता के साथ व्यवहार ठीक नहीं है या फिर उनकी छवि खराब है।
मुकदमे के बाद भी हटाए गए नहीं
आईजी ने समीक्षा में पाया कि ट्रैफिक के तीन में से दो इंस्पेक्टर, 62 में से 20 हेड कांस्टेबल और 140 में से 13 कांस्टेबल ऐसे हैं जिनके खिलाफ शिकायतें हैं। कई पर केस भी दर्ज हैं। इन्हें हटाया नहीं जा रहा है। इनके अतिरिक्त कई ऐसे हैं जिनका जनता के साथ व्यवहार ठीक नहीं है या फिर उनकी छवि खराब है।