दिल्ली के ग्रेटर कैलाश में 50 लाख की फिरौती के लिए नौकर ने की थी बुजुर्ग की हत्या

इसी कारण उसने लूटपाट की साजिश रची। वह अमीर बनना चाहता था। आरोपी की साजिश थी कि वह बुजुर्ग की हत्या कर शव को एल-ब्लाक, चर्च कॉलोनी संगम विहार स्थित घर में गाड़ देगा। इसके चार-पांच दिन बाद वह 50 लाख रुपये की फिरौती मांगेगा। फिरौती के लिए वह बुजुर्ग के लैंडलाइन नंबर पर फोन करेगा। रकम लेकर वह बिहार भाग जाएगा।
आरोपी ने अपने मोबाइल को एक दिन पहले ही बंद कर दिया था। साजिश के तहत उसने बुजुर्ग दंपती को चाय में नशीला पदार्थ पिलाया। इसके बाद वारदात की और अपने साथियों को बुलाया। फ्रिज में शव को रखकर संगम विहार ले गया। उसने अपने घर में मजदूरों से ये कहकर गड्ढा खुदवाया था कि वह वाटर प्लांट लगवाएगा।
उसने बुजुर्ग के शव को गड्ढे में गाड़ भी दिया था। वह फिरौती मांग पाता उससे पहले ही दक्षिण जिले के स्पेशल स्टाफ प्रभारी पीके झा व चितरंजन पार्क थानाध्यक्ष एके सिंह की टीम ने चार अन्य साथियों के साथ दबोच लिया। पुलिस ने मंगलवार शाम मुख्य आरोपी किशन व टेेंपो चालक प्रदीप शर्मा, दीपक यादव, सर्वेश, प्रभु दयाल को साकेत कोर्ट में पेश किया।
पहले से थे मामले दर्ज, नहीं कराया सत्यापन
खोसला दंपती ने किशन को करीब डेढ़ वर्ष पहले घरेलू सहायक के काम पर रखा था। पड़ोसी के यहां काम करने वाले मोहित के कहने पर उसे काम पर रखा गया था। खोसला दंपती ने उसका पुलिस वेरिफिकेशन नहीं कराया था। यदि सत्यापन करा लिया होता ये घटना नहीं होती।
पुलिस वेरिफिकेशन में किशन का आपराधिक रिकार्ड सामने आ जाता। किशन के खिलाफ हौजखास व साकेत थाने में तीन मामले चोरी के दर्ज हैं और वह जेल गया था। किशन का बड़ा भाई विजय संगम विहार इलाके का घोषित बदमाश है। परिवार के और लोगों के खिलाफ भी आपराधिक मामले दर्ज हैं।
आरोपी के चेहरे पर नहीं है शिकन
बुजुर्ग की हत्या करने के बाद भी आरोपी के चेहरे पर शिकन तक नहीं है और ना ही उसे कोई पछतावा है। वह बेहद शातिर है। उसने पुलिस से बचने के लिए बुजुर्ग के शव को संगम विहार ले जाने के लिए फ्रिज का सहारा लिया था, ताकि किसी को कोई शक ना हो।