झारखंड में NOTA से भी हार गए JDU-AAP समेत ये 14 दल - Bharat news, bharat rajniti news, uttar pradesh news, India news in hindi, today varanasi newsIndia News (भारत समाचार): India News,world news, India Latest And Breaking News, United states of amerika, united kingdom

.

अन्य विधानसभा क्षेत्र

बेहट नकुड़ सहारनपुर नगर सहारनपुर देवबंद रामपुर मनिहारन गंगोह कैराना थानाभवन शामली बुढ़ाना चरथावल पुरकाजी मुजफ्फरनगर खतौली मीरापुर नजीबाबाद नगीना बढ़ापुर धामपुर नहटौर बिजनौर चांदपुर नूरपुर कांठ ठाकुरद्वारा मुरादाबाद ग्रामीण कुंदरकी मुरादाबाद नगर बिलारी चंदौसी असमोली संभल स्वार चमरौआ बिलासपुर रामपुर मिलक धनौरा नौगावां सादात

मंगलवार, 24 दिसंबर 2019

झारखंड में NOTA से भी हार गए JDU-AAP समेत ये 14 दल

चुनावी नतीजों में नोटा पर 1.36 फीसदी वोट पड़े, यानी इतने फीसदी मतदाताओं ने किसी भी पार्टी के उम्मीदवार को नकार दिया और अपनी-अपनी सीट पर NOTA का विकल्प चुना. लेकिन दिल्ली में सत्ताधारी AAP और बिहार में सत्ताधारी JDU को सूबे में नोटा से भी कम वोट हासिल हुए हैं.
झारखंड में NOTA से भी हार गए JDU-AAP समेत ये 14 दल
झारखंड विधानसभा चुनाव के नतीजों में बीजेपी के हाथ से भले ही राज्य की सत्ता चली गई हो लेकिन उसका वोट प्रतिशत सबसे ज्यादा है. इसकी वजह है कि पार्टी जेएमएम की तुलना में ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ी थी. बीजेपी को सूबे में 33 फीसदी वोट हासिल हुए लेकिन उसकी सीटें 25 पर ही सिमट गईं. वहीं 30 सीट जीतने वाली जेएमएम का वोट प्रतिशत 19 के करीब रहा. लेकिन सूबे में 14 पार्टियां तो ऐसी रहीं जिन्हें NOTA से भी कम वोट मिले हैं.

चुनावी नतीजों में नोटा पर 1.36 फीसदी वोट पड़े, यानी इतने फीसदी मतदाताओं ने किसी भी पार्टी के उम्मीदवार को नकार दिया और अपनी-अपनी सीट पर NOTA का विकल्प चुना. लेकिन दिल्ली में सत्ताधारी AAP और बिहार में सत्ताधारी JDU को राज्य में नोटा से भी कम वोट हासिल हुए हैं. यह पार्टियां अकेली नहीं हैं जिनका ऐसा हाल हुआ है कुल मिलाकर 14 पार्टियों को NOTA से कम वोट मिले हैं.

AAP और TMC को एक फीसदी वोट नहीं

आम आदमी पार्टी का वोट फीसद 0.23 रहा. इसी तरह असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी को AIMIM को 1.16 फीसदी वोट मिले. ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी सिर्फ 0.29 फीसदी वोटों तक सिमट गई. इसके अलावा ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक 0.04 फीसदी, बीएलएसपी 0.01 फीसदी, सपा 0.11 फीसदी वोट ही हासिल कर सकी.

वामपंथी दल सीपीएम को 0.32 और सीपीआई को 0.46 फीसदी वोट ही मिले. शरद पवार की पार्टी को एक सीट पर जीत मिली लेकिन उसका वोट प्रतिशत एक से भी कम रहा. एनसीपी को चुनाव में सिर्फ 0.42 फीसदी वोट मिले. वहीं IUML को 0.02 फीसदी, जेडीएस को 0.01 फीसदी वोट ही मिल सके. एनपीईपी को चुनाव में 0.01 फीसदी वोट हासिल हुए.

बिहार की पार्टियों का बुरा हाल

केंद्र में बीजेपी की सहयोगी और बिहार में सत्ता की साथी जेडीयू को भी झारखंड में मुंह की खानी पड़ी है. नीतीश कुमार की पार्टी को सिर्फ 0.73 फीसदी वोट हासिल हुए जबकि झारखंड उनका पड़ोसी राज्य है. इसी तरह रामविलास पासवान की पार्टी लोजपा को 0.30 फीसदी ही वोट मिले जो राज्य में बीजेपी से अलग चुनाव लड़ी थी. हालांकि जेएमएम की सहयोगी आरजेडी को एक सीट पर जीत जरूर मिली है.

चुनावी नतीजों में बीजेपी और जेएमएम के बाद कांग्रेस को सबसे ज्यादा 14 फीसदी वोट मिले हैं. इसके बाद आजसू को 8 फीसदी और जेवीएम को 5.45 फीसदी वोट हासिल हुए. इसके अलावा बसपा को 1.53 फीसदी वोट मिले और लालू यादव की पार्टी आरजेडी को एक सीट के साथ 2.75 फीसदी वोट मिले हैं. चुनाव में अन्य के खाते में 10.63 फीसदी वोट गए हैं.

क्या है नोटा

साल 2009 में चुनाव आयोग ने सुप्रीम कोर्ट से नोटा के विकल्प को उम्मीदवारों की सूची के साथ जोड़ने संबंधी अपनी बात रखी थी. बाद में नागरिक अधिकार संगठन पीपल्स यूनियन फॉर सिविल लिबर्टीज़ ने भी नोटा के समर्थन में एक जनहित याचिका दायर की. इस पर 2013 में कोर्ट ने मतदाताओं को NOTA का विकल्प देने का फैसला किया था. हालांकि बाद में चुनाव आयोग ने साफ किया कि नोटा के मत गिने तो जाएंगे पर इसे रद्द मतों की श्रेणी में रखा जाएगा. इस तरह यह साफ था कि इसका चुनाव के नतीजों पर कोई असर नहीं पड़ेगा.

Loan calculator for Instant Online Loan, Home Loan, Personal Loan, Credit Card Loan, Education loan

Loan Calculator

Amount
Interest Rate
Tenure (in months)

Loan EMI

123

Total Interest Payable

1234

Total Amount

12345