स्वामी प्रसाद मौर्य ने इस्तीफे की वजह सरकार की नीतियां गिनाईं, असल में बेटे को टिकट ना मिलने से थे नाराज
स्वामी प्रसाद मौर्य कुशीनगर सीट से पांच बार से विधायक हैं। बीजेपी से पहले मायावती के साथ थे और 2017 में बीजेपी में शामिल हुए थे। स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी संघमित्रा मौर्य यूपी के बदायूं सीट से बीजेपी की सांसद हैं।
Politics news from India HIGHLIGHTS
- चुनाव से पहले यूपी बीजेपी को लगा झटका, स्वामी प्रसाद मौर्य ने दिया इस्तीफा
- मौर्य ने रायबरेली के ऊंचाहार से बेटे उत्कृष्ट मौर्य के लिए मांगा था टिकट
लखनऊ: विधानसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (BJP) को बहुत बड़ा झटका लगा है। अभी टिकट भी नहीं बंटे हैं कि इस्तीफे का सिलसिला शुरू हो गया है। योगी सरकार में श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने बीजेपी से इस्तीफा दे दिया है। स्वामी प्रसाद मौर्य कुशीनगर की पडरौना सीट से विधायक हैं। आज ही स्वामी प्रसाद मौर्य ने बीजेपी से इस्तीफा दिया अखिलेश यादव से मुलाकात की और समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए।
'अखिलेश ने मौर्य के बेटे को टिकट देने का किया वादा' ('Akhilesh promised to give ticket to Maurya's son')
स्वामी प्रसाद मौर्य की नाराजगी के पीछे बेटे को टिकट ना दिये जाने की बात सामने आ रही है। सूत्रों के मुताबिक स्वामी प्रसाद मौर्य बेटे को टिकट ना मिलने से नाराज थे। उन्होंने रायबरेली के ऊंचाहार से अपने बेटे उत्कृष्ट मौर्य के लिए टिकट मांगा था लेकिन बीजेपी ने तर्क दिया आप कैबिनेट मंत्री हैं। बेटी बीजेपी पहले से ही बीजेपी की सांसद है। सूत्रों के मुताबिक जब बीजेपी ने बेटे को टिकट देने से मना किया तो स्वामी प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी का रूख करने का फैसला किया। बताया जा रहा है अखिलेश ने ऊंचाहार सीट स्वामी प्रसाद मौर्य के बेटे को देने की हामी भी भर दी है।
सपा में शामिल होंगे मौर्य के समर्थक एक और विधायक (Another MLA supporting Maurya will join SP)
इस बीच मुलायम सिंह यादव सपा कार्यालय पहुंचे हैं। माना जा रहा है स्वामी प्रसाद मौर्य के समर्थक एक और विधायक सपा ज्वाइन कर सकते हैं। शाहजहांपुर से विधायक रोशन लाल वर्मा सपा ज्वाइन कर सकते हैं। उन्होंने भी इस्तीफा दे दिया है। रोशन लाल भी वही बात कह रहे हैं जो स्वामी प्रसाद मौर्य कह रहे हैं। रोशन लाल ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य जहां जाएंगे वो भी उनके साथ ही जाएंगे।
बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य कुशीनगर सीट से पांच बार से विधायक हैं। बीजेपी से पहले मायावती के साथ थे और 2017 में बीजेपी में शामिल हुए थे। स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी संघमित्रा मौर्य यूपी के बदायूं सीट से बीजेपी की सांसद हैं। स्वामी प्रसाद मौर्य इस्तीफा देने के साथ ही बीजेपी पर हमलावर हैं। उन्होंने बीजेपी सरकार को दलित विरोधी बताया और कहा कि योगी सरकार में किसानों और छोटे कारोबारियों का सम्मान नहीं है।
खास मजबूत नहीं रही है ऊंचाहार सीट पर बीजेपी की स्थिति (BJP's position on Unchahar seat has not been very strong)
गांधी परिवार का बेहद मजबूत गढ़ कहे जाने वाली रायबरेली की ऊंचाहार सीट पर बीजेपी की स्थिति कुछ खास मजबूत नहीं रही है। 2012 के विधानसभा चुनाव में यहां पर समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता और ब्राह्मण चेहरे के रूप में मशहूर मनोज पांडे ने जीत हासिल की थी। 2017 में भी मनोज पांडे इस सीट से जीतकर विधायक बने थे। कांशीराम और मुलायम सिंह यादव के गठबंधन के दौर में एसपी बीएसपी के संयुक्त प्रत्याशी गजाधर सिंह यादव विधायक बने थे। बहुजन समाज पार्टी के एक ओबीसी चेहरे के रूप में जगह बनाने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य 1996 में इस इस सीट से चुनकर विधायक और मंत्री बने थे। मौर्य 2002 और 2007 में भी यहां से चुनाव लड़े। 2007 के बाद यह सीट ऊंचाहार विधानसभा बन गई।