इंडिया टीवी ग्राउंड ज़ीरो रिसर्च के ओपिनियन पोल (India TV Opinion Poll) के मुताबिक, रोहिलखंड में इस बार बीजेपी प्लस को 34.08 परसेंट वोट मिल सकते हैं। सपा प्लस आगे निकलती दिख रही है, उसे 40.22 परसेंट वोट मिलने का अनुमान है।
Politics news from India HIGHLIGHTS
- रोहिलखंड में इस बार बीजेपी प्लस को 34.08 परसेंट वोट मिल सकते हैं
- रोहिलखंड में सामाजिक समीकरण और ध्रुवीकरण बहुत बड़ा फैक्टर साबित हो सकते हैं
- रोहिलखंड में सपा प्लस 14 से 29 सीट पर जाती दिख रही है
UP Elections 2022 India TV Opinion Poll: यूपी विधानसभा चुनाव को लेकर किए गए सबसे बड़ और सबसे सटीक ओपिनियन पोल में जानिए जनता का मूड क्या है? यूपी चुनाव के सबसे सटीक विश्लेषण के लिए इंडिया टीवी ग्राउंड ज़ीरो रिसर्च की टीम ने यूपी के अलग-अलग इलाकों में जाकर वोटर्स का मू़ड जाना। 25 नवंबर से 15 दिसम्बर के बीच 10 हज़ार से ज़्यादा लोगों की राय ली गई। ग्राउंड ज़ीरो से यूपी की 403 सीटों का Indepth Analysis किया गया। यकीन मानिए, नतीजे चौंकाने वाले हैं।
यूपी विधानसभा चुनाव के संभावित नतीजों के Analysis के लिए हमने यूपी को पांच अलग-अलग हिस्सों (पश्चिमी उत्तर प्रदेश, रोहिलखंड, अवध, बुंदेलखंड और पूर्वांचल) में बांटा है। अब जानिए रोहिलखंड के 9 ज़िलों में 52 सीटों में किसको कितनी सीटें मिलती दिख रही हैं। रोहिलखंड के 9 ज़िलों में बिजनौर, मुरादाबाद, अमरोहा, सम्भल, रामपुर, बदायूं, बरेली, पीलीभीत और शाहजहांपुर है।
इंडिया टीवी ग्राउंड ज़ीरो रिसर्च के ओपिनियन पोल (India TV Opinion Poll) के मुताबिक, रोहिलखंड में इस बार बीजेपी प्लस को 34.08 परसेंट वोट मिल सकते हैं। सपा प्लस आगे निकलती दिख रही है, उसे 40.22 परसेंट वोट मिलने का अनुमान है। वहीं बहुजन समाज पार्टी (बसपा) को 15.11 परसेंट, कांग्रेस को 5.42 परसेंट और अन्य के खाते में 5.17 परसेंट वोट मिल सकते हैं।
अब ये जानिए कि 2017 की तुलना में 2022 में रोहिलखंड में वोट शेयर के लिहाज़ से किसको कितना फायदा या नुकसान होता दिख रहा है। ग्राउंड ज़ीरो रिसर्च के ओपिनियन पोल के मुताबिक, 2017 के मुक़ाबले इस बार बीजेपी प्लस को 5.58 परसेंट वोटों का सीधा नुकसान हो रहा है। इस रीजन से 2017 में बीजेपी ने 39.66 परसेंट वोट जीते थे, इस बार ये आंकड़ा घटकर 34.08 परसेंट पर आ सकता है। वेस्टर्न यूपी की ही तरह रोहिलखंड में भी इस बार सपा प्लस के वोट शेयर बढ़ रहे हैं।
2017 में रोहिलखंड ने सपा गठबंधन को 28.14 परसेंट वोट दिए थे, जो इस बार बढ़कर 40.22 फीसद रह सकता है। यानी अखिलेश को यहां से शुद्ध रुप से 12.08 परसेंट वोटों का फायदा हो रहा है। 2017 में BSP को 19.38 परसेंट वोट मिले थे, इस बार ये संख्या घटकर 15.11 परसेंट हो सकता है यानी मायावती को 4.27 परसेंट वोटों का नुकसान हो रहा है।
यही हाल कांग्रेस और अन्य का भी है। 2017 में कांग्रेस को रोहिलखंड से 5.57 परसेंट वोट मिले थे, इस बार सिर्फ 5.42 परसेंट वोट मिलने का अनुमान है यानी 22 में कांग्रेस को 0.15 परसेंट वोटों का घाटा हो रहा है। अबकी बार अन्य के 2.08 परसेंट वोट घट रहे हैं। 2017 में जो फीगर 7.25 परसेंट था वो 2022 में 5.17 परसेंट रह सकता है।
इंडिया टीवी ग्राउंड ज़ीरो रिसर्च ने अपने ओपिनियन पोल में रोहिलखंड के लोगों की नब्ज़ टटोली। इंडिया टीवी ग्राउंड ज़ीरो रिसर्च के ओपिनियन पोल में रोहिलखंड की 52 सीटों का कैलकुलेशन देखें तो बीजेपी प्लस को 22 सीट मिलने का अनुमान है। समाजवादी पार्टी गठबंधन 29 सीट जीत सकती है। कांग्रेस को 1 सीट मिल सकती है जबकि बसपा और अन्य के खाते में इस बार एक भी सीट जाती नहीं दिख रही है।
रोहिलखंड रीजन में 2017 के मुक़ाबले 2022 में किस पार्टी को कितनी सीटों का फायदा या नुकसान होता दिख रहा है, इस पर नज़र डालें तो, बीजेपी प्लस 38 से 22 सीट पर आती दिख रही है यानी बीजेपी गठबंधन को 16 सीट का नुकसान होता दिख रहा है। सपा प्लस 14 से 29 सीट पर जाती दिख रही है, इसका मतलब ये हुआ कि सपा प्लस को 15 सीटों का फायदा मिलता दिख रहा है। जबकि BSP और अन्य की स्थिति में कोई बदलाव होता नहीं दिख रहा। 17 की ही तरह 22 में भी रोहिलखंड में दोनों ज़ीरो सीट पर अटकी रह सकती है। कांग्रेस ज़ीरो से 1 पर जाती दिख रही है..यानी रोहिलखंड से प्रियंका को प्लस वन का फायदा हो रहा है।
जानिए वोट परसेंट और किसको कितनी सीटें मिलेंगी (Know the vote percentage and who will get how many seats)
- रोहिलखंड में बीजेपी+ को 34% वोट
- रोहिलखंड में सपा+ को 40% वोट
- रोहिलखंड में बीएसपी को 15% वोट
- रोहिलखंड में कांग्रेस को 5% वोट
- रोहिलखंड में अन्य को 5% वोट
- रोहिलखंड में बीजेपी+ को 22 सीट
- रोहिलखंड में सपा+ को 29 सीट
- रोहिलखंड में कांग्रेस को 1 सीट
- रोहिलखंड में बीएसपी और अन्य के खाते में एक भी सीट नहीं
पश्चिमी यूपी की ही तरह रोहिलखंड में भी सामाजिक समीकरण और ध्रुवीकरण बहुत बड़ा फैक्टर साबित हो सकते हैं। इंडिया टीवी ग्राउंड ज़ीरो रिसर्च के ओपिनियन पोल में इसके संकेत मिल रहे हैं।