वाराणसी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने वाराणसी दौरे पर सर्किट हाउस सभागार में अधिकारियों के साथ बैठक कर बाढ़ राहत एवं बचाव कार्य की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने अब तक के कार्यों की सराहना की। उन्होंने अधिकारियों को बाढ़ राहत कार्य युद्ध स्तर पर चलाए जाने का निर्देश दिया। एनडीआरएफ, जल पुलिस सहित अन्य प्रशासनिक महकमे को पूरी तरह सतर्क रहने का निर्देश दिया। उन्होंने संभावना व्यक्त करते हुए कहा कि बाढ़ की स्थिति पूरे सितंबर तक हो सकती है। उन्होंने राहत शिविरों में रहन-सहन एवं खानपान की व्यवस्था के अतिरिक्त सुरक्षा के भी मुकम्मल इंतजाम किए जाने का निर्देश दिया। सर्किट हाउस में बैठक के बाद मुख्यमंत्री लखनऊ के लिए रवाना हो गए।
बैठक में उन्होंने जोर दिया कि बाढ़ राहत शिविरों में मुख्य रूप से महिला सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की जाए। इसके अलावा मोबाइल चिकित्सा दल बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पूरी तरह सक्रिय एवं चक्रमण करती रहे। उन्होंने विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि राहत शिविरों में चिकित्सकों एवं मोबाइल चिकित्सा टीम के पास एंटी स्नेक इंजेक्शन एवं अन्य विशैले जानवरों से काटने पर लगने वाले इंजेक्शन की उपलब्धता हर हालत में सुनिश्चित किए जाने का निर्देश दिया।
उन्होंने जनप्रतिनिधियों से प्रशासन के साथ मिलकर बाढ़ पीड़ितों का हर संभव सहयोग एवं मदद किए जाने की अपील की। मुख्यमंत्री ने पुलिस के अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि बाढ़ प्रभावित एवं बाढ़ राहत शिविरों में पुलिस की पेट्रोलिंग बढ़ायी जाए। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बीमारी से यदि पशु हानि होती है, तो पशुपालक को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराए जाने का भी निर्देश दिया।
राहत शिविरों में उन्होंने समुचित सफाई एवं प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित कराए जाने का भी निर्देश दिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विशेष रूप से जोर देते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया कि बाढ़ का पानी उतरने के पश्चात बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में युद्ध स्तर पर अभियान चलाकर सफाई एवं स्वच्छता कार्य कराया जाए। जिससे क्षेत्रों में संक्रामक बीमारी फैलने न पाए। उन्होंने बाढ़ के कारण क्षतिग्रस्त होने वाले सड़कों एवं गलियों की भी शीघ्र मरम्मत कराए जाने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बाढ़ राहत एवं बचाव कार्य का डिजिटल प्रेजेंटेशन किया।
इस दौरान उत्तर प्रदेश के जल शक्ति एवं वाराणसी मंडल के प्रभारी मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर मिश्र 'दयालु', शहर दक्षिणी के विधायक डॉ नीलकंठ तिवारी, एमएलसी लक्ष्मण आचार्य, विधायक कैंट सौरभ श्रीवास्तव, विधायक पिण्डरा डॉ अवधेश सिंह, विधायक अजगरा त्रिभुवन राम, विधायक रोहनिया सुनील पटेल, क्षेत्रीय अध्यक्ष महेश श्रीवास्तव के अलावा कमिश्नर दीपक अग्रवाल, जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।