ओडिशा को PM Modi ने दिया तोहफा, बोले- यहां हर जिले में हैं आस्था के महत्वपूर्ण स्थल(Place)
नरेंद्र मोदी - फोटो : Twitter
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओडिशा में आज कई परियोजना का उद्घाटन किया। बौध जिले में नीलमाधव और सिद्धेश्वर मंदिर के नवीनीकरण एवं जीर्णोद्धार संबंधी कार्यों का उद्घाटन किया। साथ ही उन्होंने 115 करोड़ रुपए की लागत से तैयार बलांगीर-बिछुपाली रेलवे लाइन और सोनपुर में 15.81 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली, केंद्रीय विद्यालय की स्थायी इमारत के लिए आधारशिला रखी । इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओड़िशा में बलांगीर-बिछुपाली मार्ग पर नई ट्रेन को हरी झंडी दिखाई।
लोगों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, आप इतनी बड़ी संख्या में हमें आशीर्वाद देने आए इसके लिए मैं आपको सर झुकाकर नमन करता हूं। थोड़ी देर पहले ओडिशा के विकास से जुड़ी 1500 करोड़ से अधिक परियोजनाओं का लोकार्पण, उद्घाटन और शिलान्यास मैंने किया है। एक महीने के भीतर 20,000 करोड़ रुपए से अधिक की विकास परियोजनाओं पर काम या तो शुरू हुआ है या फिर लोकार्पण हो चुका है।
उन्होंने कहा कि ओडिशा के हर जिले में आस्था के ऐसे महत्वपूर्ण स्थल हैं जो हमारी सांस्कृतिक संपदा के प्रतीक हैं। दुनिया की सबसे पुरातन सभ्यताओं में से एक हमारी सभ्यता की पहचान हैं। हमारे पूर्वजों के कौशल के प्रमाण हैं। ओडिशा में भारत के गौरवशाली इतिहास, हमारी सभ्यता और संस्कृति की बहुमूल्य धरोहरें है।
'राष्ट्र के गौरव को सर्वोपरि रखने की कटिबद्धता का ही परिणाम है कि भारत के मंदिरों सहित दूसरी जगहों से लूटी या चुराई गई, पुरानी मूर्तियों को भारत लाने का प्रयास लगातार चल रहा है। साथियों, इस संपदा का भान सिर्फ मोदी को हुआ, ऐसा नहीं है। पहले की सरकारों को भी इस गौरवशाली अतीत का पता था। तब भी इन स्थानों को संवारने की मांग उठती थी। अंतर सिर्फ संवेदना का था, समग्रता के साथ सोचने वालों की कमी का था।'
विपक्ष पर निशाना साधते हुए पीएम ने कहा कि वो दल जिन्हें देश ने दशकों तक सरकार चलाने का अवसर दिया, भारत के गौरव को बढ़ाने का मौका दिया, उनके साथ ये आपराधिक भूल हमेशा-हमेशा चिपकी रहेगी। हैरानी की बात ये है कि उन्होंने आज भी इससे सबक नहीं लिया है। आदिवासी हकों को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने खनन कानून में एक बड़ा संशोधन किया है।
उन्होंने कहा कि ऐसा समय था जब मूर्तियां मंदिरों से चोरी हुई थीं। आज हम उन्हें दूसरे देशों से वापस लाने की कोशिशें कर रहे हैं। कुछ पार्टियां अतंरराष्टीय योगदिवस मनाने के खिलाफ थीं। उन्होंने सरदार वल्लभभाई पटले की मूर्ति पर सवाल उठाए थे। वह अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के नाम बदले जाने के भी खिलाफ थीं। जब हम सबका साथ, सबका विकास की बात करते हैं तो हमारे आदिवासी अंचलों में रहने वाले बहन-भाइयों पर विशेष ध्यान हैं। आपके संरक्षण के कारण ही आज भारत में इंफ्रास्ट्रक्चर का इतने व्यापक निर्माण हो पा रहा है।
पीएम ने कहा, हमारी सरकार ने बीते साढ़े 4 सालों में देश में 6 करोड़ से ज्यादा फर्जी राशन कार्ड, फर्जी गैस कनेक्शन, गलत नाम से स्कॉलरशिप पाने वाले, गलत नाम से पेंशन हथियाने वाले, ऐसे फर्जी नामों को रद्द किया है।