मिशन-2019: रोडमैप में अभियानों के साथ हिन्दुत्व और राममंदिर भी शामिल
भाजपा के केन्द्रीय नेतृत्व और आरएसएस की समन्वय बैठक में लोकसभा के 2019 चुनाव को लेकर यह रणनीति बनी है कि पार्टी के प्रदेश पदाधिकारियों से लेकर बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं को तो निर्धारित 168 कार्यक्रमों में जुटाया जाए। हिन्दुत्व और राम मंदिर पर हिन्दू समाज को जगाने का काम राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और उसके विश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दल जैसे सहयोगी संगठन करें। आरएसएस के कार्यक्रमों में भाजपा कार्यकर्ता समन्वय बनाएंगे ही जरूरत पड़ी तो भाजपा के कार्यक्रमों और अभियानों में आरएसएस के स्वयंसेवकों का भी साथ लिया जाएगा।
अमित शाह ने प्रदेश सरकार को संकेत दे दिए हैं कि सरकार के कामकाज लगातार तो चलेंगे ही, लेकिन अब अपने मंत्रियों को चुनाव तक संगठन के कार्यक्रमों और अभियानों में जुटाएं। सरकार के सभी मंत्री अब संगठन के लिए ही काम करेंगे। उनके निर्देश पर ही 29 को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेन्द्र नाथ पाण्डेय और महामंत्री (संगठन) सुनील बंसल 29 अक्टूबर को सभी मंत्रियों को बुलाएंगे। मंत्रियों को एक नवम्बर से एक हफ्ते तक चलने वाली लोकसभा चुनाव संचालन समिति की बैठकों में प्रभारी बनाकर भेजा जाएगा। उसके संगठन जहां चाहेगी, उन्हें भेजेगी।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने संगठन के जनवरी तक चलने वाले 168 कार्यक्रमों और अभियानों से आगे बढ़ते हुए 28 फरवरी तक के अन्य कार्यक्रम तैयार कर दिए। इसके तहत सभी वर्गों के जिला स्तर पर सम्मेलन होने हैं। अन्य कार्यक्रम 28 फरवरी के बाद दिए जाएंगे। यह भी इशारा किया कि सभी अभियानों और कार्यक्रमों को सफलता पूर्वक चलाएं। बाकी इस दौरान पार्टी के पक्ष में लहर लाने का काम पीएम मोदी की रैलियां कारगर साबित होंगी।