छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव: गाय की बलि देने का मामला गरमाया, भाजपा के लिए जवाब देना मुश्किल

कांकेर के भानुप्रतापपुर विधानसभा से पूर्व विधायक देवलाल दुग्गा को प्रत्याशी बनाए जाने से हिंदू संगठनों में खासा विरोध शुरू हो गया है। कहा जा रहा है कि देवलाल दुग्गा ने 2013 फरवरी में अपने पैतृक गांव खड़का जिला नारायणपुर में किसी मन्नत को लेकर गाय की बलि चढ़ाई थी जिसका ग्रामीणों ने विरोध भी किया था, लेकिन वहां से उन्हें खदेड़ दिया गया। इसके बाद स्थानीय लोगों ने पुजारी से पूछताछ की कि गाय कैसे काटी गई। गांववालों के दबाव में पुजारी ने बताया कि देवलाल दुग्गा का बहुत पुराना मंदिर और वह गाय लेकर आया था जिसकी बलि खरका गांव में दी गई।
गांववालों ने इस बातचीत की वीडियो रिकॉर्डिंग की और थाने में भी इसकी सूचना दी। इसके बाद नारायणपुर उत्तर बस्तर कांकेर में सियासत गरमा गई। कई संगठनों ने पूर्व विधायक देवलाल दुग्गा को तत्काल गिरफ्तार करने की मांग की। उस दौरान गौहत्या का मामला खासा गरमाया था जिसके बाद सरकार भी बैकफुट पर आ गई थी। कांग्रेस इस मुद्दे को आसानी से छोड़ना नहीं चाहती।