लोस Election में प्रत्याशी उतारेंगे अर्धसैनिक बल, मांगें पूरी न होने पर लिया फैसला
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अर्ध-सैनिक बल की प्रदेश स्तरीय बैठक घुमारवीं में हुई। उपाध्यक्ष रूपलाल लखनपाल ने बैठक की अध्यक्षता की। इस मौके पर सेवानिवृत्त डीआईजी बीडी भारद्वाज ने कहा कि बैठक में विभिन्न समस्याओं पर चर्चा की गई और केंद्र सरकार पर नाराजगी जताते हुए कहा कि 4 साल पहले प्रदेश में आए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह स्पष्ट घोषणा की थी कि पैरामिलिट्री फोर्स के सदस्यों को भी वन रैंक वन पेंशन के आधार पर विभिन्न सुविधाएं दी जाएंगी।
लेकिन चार साल गुजर जाने के बाद आज तक उनकी घोषणा पूरी नहीं हो सकी है। प्रदेश के करीब 10 लाख अर्धसैनिक बल के कर्मचारियों को यह उम्मीद थी कि केंद्र में भाजपा सरकार बनने से उनकी समस्याओं का निराकरण होगा। हैरानी व्यक्त करते हुए कहा कि पैरामिलिट्री फोर्स के सदस्य बहुत ही दयनीय जीवन यापन कर रहे हैं। यहां तक कि उन्हें न ही कोई कैंटीन सुविधा है और न ही स्वास्थ्य संबंधी कोई सुविधा है। पैरामिलिट्री फोर्स का यदि कोई जवान सीमा पर शहीद हो जाए तो उन्हें मात्र 100000 रुपये दिए जाते हैं।
अर्धसैनिक बल के प्रदेश उपाध्यक्ष रूपलाल लखन पाल ने बताया कि आगामी लोकसभा चुनाव में अर्ध सैनिक बल चारों संसदीय सीटों पर अपना उम्मीदवार उतार सकती है। प्रदेश के करीब 10,00000 अर्धसैनिक बल के सदस्य अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। बैठक में कांगड़ा से जिला अर्धसैनिक बल अध्यक्ष मदन लाल ठाकुर, महासचिव मनवीर कटोच, पालमपुर से चंबल सिंह, दौलत राम शर्मा, ऊना से पूर्ण सिंह, मंडी से जमील अख्तर, कुलदीप ठाकुर, शिमला से सोहन दास, अर्की से धनीराम ठाकुर, बिलासपुर से मदन लाल, नंदलाल ठाकुर, रूप सिंह, दिलेर सिंह, अमीचंद, सुखदेव राणा, शंकर दास सहित अर्धसैनिक बल के सदस्यों ने भाग लिया।