CBI Vs Mamata : संसद में आज भी संग्राम, कार्यवाही बाधित

तेलुगू देसम पार्टी के सदस्य भी आंध्र प्रदेश के लिए विशेष राज्य के दर्जे की मांग करते हुए आसन के निकट पहुंच गए। शोर-शराबे के बीच ही स्पीकर ने किसानों की वास्तविक आय से जुड़ा प्रश्न लिए और कृषि राज्य मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने जवाब भी दिए।
सुमित्रा महाजन ने सदस्यों से अपने स्थान पर जाने की अपील करते हुए कहा कि मामले पर उच्चतम न्यायालय में सुनवाई चल रही है। आप लोग सीबीआई की नहीं मानोगे, उच्चतम न्यायालय की नहीं मानोगे, सिर्फ अपनी बात करोगे। हर संस्था का अपना काम है और उसे करने दीजिए। आप लोग अपने स्थान पर जाइए। उनकी अपील के बावजूद स्थिति ज्यों की त्यों बनी रहने पर उन्होंने करीब 11:05 बजे सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
राज्यसभा में भी हंगामा
वहीं राज्यसभा में तृणमूल कांग्रेस सदस्यों के दूसरे दिन भी हंगामे के कारण मंगलवार को उच्च सदन की बैठक शुरू होने के कुछ ही देर बाद दोपहर दो बजे तक के लिये स्थगित कर दी गई।तृणमूल के डेरेक ओ ब्रायन और राजद के मनोज झा ने सीबीआई के दुरुपयोग के मुद्दे पर नियम 267 के तहत सदन में चर्चा कराने की मांग की। सभापति एम वेंकैया नायडू ने इस मामले को शून्य काल में उठाने का परामर्श देते हुये नोटिस को अस्वीकार कर दिया।
इस पर तृणमूल सदस्यों ने आसन के समीप आकर नारेबाजी शुरू कर दी। इसके बाद सभापति ने सदन की बैठक को दोपहर दो बजे तक के लिये स्थगित कर दिया।
गोयल ने कहा कि राष्ट्रपति अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर विपक्षी दलों को राजनीति नहीं करना चाहिये। उन्होंने दावा किया कि विपक्षी दल संवैधानिक संकट पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने इसका विरोध करते हुये आसन के समक्ष आकर नारेबाजी शुरू कर दी। सदन में हंगामा थमते न देख सभापति ने कुछ ही मिनट के भीतर बैठक को दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।