DMK उम्मीदवार के दफ्तर में मिले 11 Caror रुपये, Vellore Lok Sabha चुनाव रद्द

चुनाव आयोग ने मंगलवार शाम को तमिलनाडु की वेल्लोर लोकसभा सीट का चुनाव रद्द करने का फैसला लिया है। इस सीट पर दूसरे चरण के तहत 18 अप्रैल को मतदान होना था। कुछ दिन पहले यहां से डीएमके उम्मीदवार के कार्यालय से कथित तौर पर बड़ी मात्रा में नकदी बरामद की गई थी। चुनाव आयोग की सोमवार की सिफारिश पर राष्ट्रपति ने चुनाव रद्द करने का फैसला किया है। जिला पुलिस ने डीएमके उम्मीदवार कातिर आनंद समेत तीन लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज की थी। यह शिकायत आयकर विभाग की 10 अप्रैल की रिपोर्ट के आधार पर दर्ज हुई थी। इसी के बाद चुनाव आयोग ने कार्रवाई की।
आयकर विभाग के अधिकारियों ने 30 मार्च को आनंद के पिता दुरई मुरुगन के आवास समेत कई ठिकानों पर छापा मारा था। इस दौरान 10.50 लाख रुपये अघोषित रकम मिली थी। दो दिन बाद उन्होंने उसी जिले में द्रमुक नेता के एक सहयोगी के सीमेंट गोदाम से 11.53 करोड़ रुपये जब्त करने का दावा किया था।
मुरुगन ने यद्यपि दावा किया कि उन्होंने कुछ भी छुपाया नहीं है। उन्होंने आयकर विभाग की कार्रवाई के समय पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया कि छापेमारी कुछ नेताओं का ‘षड्यंत्र’ है जो उनका मुकाबला चुनावी मैदान में नहीं कर सकते।
आयकर विभाग के अधिकारियों ने 30 मार्च को आनंद के पिता दुरई मुरुगन के आवास समेत कई ठिकानों पर छापा मारा था। इस दौरान 10.50 लाख रुपये अघोषित रकम मिली थी। दो दिन बाद उन्होंने उसी जिले में द्रमुक नेता के एक सहयोगी के सीमेंट गोदाम से 11.53 करोड़ रुपये जब्त करने का दावा किया था।
मुरुगन ने यद्यपि दावा किया कि उन्होंने कुछ भी छुपाया नहीं है। उन्होंने आयकर विभाग की कार्रवाई के समय पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया कि छापेमारी कुछ नेताओं का ‘षड्यंत्र’ है जो उनका मुकाबला चुनावी मैदान में नहीं कर सकते।
जब्त नकदी में 91 फीसदी 200 रुपये के नोट
वेल्लोर लोकसभा सीट पर चुनाव से पहले आयकर विभाग द्वारा डीएमके नेता के परिसरों से मिले 11.53 करोड़ रुपये में 91 फीसदी से ज्यादा रकम 200 रुपये के नोट में थी। विभाग के अधिकारियों द्वारा तैयार रिपोर्ट के मुताबिक यह रकम जिले के एक ही बैंक से एकत्र की गई थी और इसका कथित तौर पर इसका उपयोग मतदाताओं को लुभाने के लिए किया जाना था। चुनाव आयोग की सिफारिश पर राष्ट्रपति ने मंगलवार को इस सीट चुनाव रद्द करने को मंजूरी दी थी।
एक एजेंसी के मुताबिक जब्त 11.53 करोड़ रुपये में से महज 99 लाख की रकम 2000 और 500 के नोट में थी जबकि 10.5 करोड़ रुपये की रकम 200 रुपये के नोट में थी। आयकर विभाग के अधिकारी ने बाताया कि आरबीआई से पता चला कि यह रकम कैनरा बैंक की स्थानीय शाखा से निकाली गई थी।
जांच में रुपये जारी करने वाले दोनों कैशियर ने पूछताछ में बताया कि क्षेत्रीय कार्यालय में तैनात वरिष्ठ प्रबंधक ने बैंक में इतनी भारी मात्रा में कम मूल्य वाले नोटों को बैंकों में पहुंचाने सुनिश्चित करने के साथ ही आगे डीएमके कार्यकर्ताओं को जारी करने को कहा था। आयकर विभाग ने वरिष्ठ प्रबंधक और डीएमके प्रत्याशी आनंद को जवाब देने के लिए तलब किया था।
एक एजेंसी के मुताबिक जब्त 11.53 करोड़ रुपये में से महज 99 लाख की रकम 2000 और 500 के नोट में थी जबकि 10.5 करोड़ रुपये की रकम 200 रुपये के नोट में थी। आयकर विभाग के अधिकारी ने बाताया कि आरबीआई से पता चला कि यह रकम कैनरा बैंक की स्थानीय शाखा से निकाली गई थी।
जांच में रुपये जारी करने वाले दोनों कैशियर ने पूछताछ में बताया कि क्षेत्रीय कार्यालय में तैनात वरिष्ठ प्रबंधक ने बैंक में इतनी भारी मात्रा में कम मूल्य वाले नोटों को बैंकों में पहुंचाने सुनिश्चित करने के साथ ही आगे डीएमके कार्यकर्ताओं को जारी करने को कहा था। आयकर विभाग ने वरिष्ठ प्रबंधक और डीएमके प्रत्याशी आनंद को जवाब देने के लिए तलब किया था।
जांच एजेंसियों का इस्तेमाल कर मोदी की चुनाव प्रभावित करने की योजना : स्टालिन
2019 लोकसभा चुनाव में वेल्लोर सीट ने चुनाव रद्द कराने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है। वेल्लोर सीट पर धनबल के कथित प्रयोग को लेकर चुनाव रद्द किया गया है। इससे पहले अप्रैल 2017 में आरके नगर विधानसभा उपचुनाव में भारी मात्रा में नकदी जब्त करने के कारण निरस्त करना पड़ा था। कथित तौर पर यह नकदी भी मतदाताओं को लुभाने के लिए इस्तेमाल होनी थी। वेल्लोर सीट पर चुनाव रद्द होने पर डीएमके ने अपनी नाराजगी जाहिर की है। डीएमके अध्यक्ष एमके स्टालिन ने कहा कि यह लोकतंत्र की हत्या है। प्रवर्तन निदेशालय, सीबीआई, आयकर विभाग और चुनाव आयोग का दुरुपयोग कर मोदी की चुनाव को प्रभावित करने की योजना है। वहीं सत्तारूढ़ दल एआईएडीएमके ने मांग की है कि चुनाव रद्द करने के बजाय आनंद को चुनाव लड़ने से अयोग्य करार दिया जाए।