घोषणापत्र जारी कर PM Modi का Congress के 'न्याय' पर निशाना- एसी में बैठकर दूर नहीं हो सकती गरीबी

2022 जब आजादी के 75 साल होंगे तब देश के उन महापुरुषों जिन्होंने आजादी की जंग लड़ी थी, उनके सपनों का भारत बनाने के लिए हमने 75 लक्ष्य तय किये हैं। हमारे समाज में विविधताएं हैं। भाषाएं, जीवन स्तर, शिक्षा आदि की विविधता है। इसलिए विकास को मल्टीलेयर बनाने के लिए हमने अपनी योजना को संकल्प पत्र में समाहित किया है।
पानी की समस्या दूर करने को जल शक्ति मंत्रालय
पीएम मोदी ने कहा कि देश के कई प्रदेशों में पानी की समस्या के समाधान को गंभीरता से सोचने की जरूरत है। इसलिए हम एक अलग 'जल शक्ति मंत्रालय' बनाएंगे। उन्होंने स्वच्छता का उदाहरण देते हुए कहा कि देश का विकास करने के लिए विकास को जन आंदोलन बनाने की जरुरत है और इसका सफल प्रयोग ‘स्वच्छता’ है। आज स्वच्छता एक जन आंदोलन बन गई है।उन्होंने कहा कि देश को समृद्ध बनाने के लिए, सामान्य मानवी के सशक्तिकरण को लेकर जन भागीदारी को बढ़ाते हुए, लोकतांत्रिक मूल्यों को बढ़ावा देते हुए, हम वन मिशन, वन डायरेक्शन को लेकर आगे बढ़ेंगे।
भाजपा के संकल्प पत्र पर कांग्रेस का हमला
भाजपा के घोषणापत्र को कांग्रेस ने झूठा बताया है। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता कपिल सिब्बल ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कभी सच नहीं बोल सकते, इसलिए उनका घोषणापत्र भी झूठा है। वहीं, अहमद पटेल ने कहा कि पीएम मोदी को संकल्प पत्र नहीं, बल्कि माफीनामा जारी करना चाहिए था। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने घोषणापत्र से गायब मुद्दों को लेकर भाजपा पर हमला बोला। कहा कि बेरोजगारी, कालाधन, नोटबंदी जैसे मुद्दों पर कुछ नहीं लिखा है।इससे पहले कांग्रेस ने अपने ट्विटर एकाउंट पर अपनी और भाजपा के घोषणापत्र का कवर पेज दिखाते हुए आलोचना की। लिखा- घोषणा पत्र की तस्वीर बताती है कि हमारे लिए देश के लोग महत्वपूर्ण हैं और उनके लिए अपना चेहरा। हमारे घोषणा पत्र में देश के करोड़ों लोगों के विचारों का समावेश है, जबकि भाजपा के घोषणा पत्र में सिर्फ एक व्यक्ति के 'मन की बात'। अब देश अपने 'मन का फैसला' सुनाएगा।