Supreme Court के आदेश के बाद 20600 VVPAT का EVM से करना होगा मिलान
ईवीएम-वीवीपैट (फाइल फोटो)
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद चुनाव आयोग अब देशभर में 20600 वीवीपैट की पर्चियों का औचक मिलान ईवीएम से करेगा। अभी तक यह संख्या 4120 थी। कोर्ट ने सोमवार को हर संसदीय क्षेत्र के हर विधानसभा सीट के पांच बूथ पर ईवीएम से वीवीपैट के मिलान का आदेश दिया है। इस लोकसभा चुनाव में पहली बार हर मतदान केंद्र पर वीवीपैट का इस्तेमाल किया जा रहा है। वीवीपैट का इस्तेमाल अभी विधानसभा चुनाव में ही किया गया था। हालांकि मौजूदा समय में एक ही बूथ पर ईवीएम और वीवीपैट पर्चियों को औचक मिलान किया जाता था। इसका भी फैसला लॉटरी सिस्टम से होता था।
चुनाव आयोग में उच्चपदस्थ सूत्रों का कहना है कि पांच बूथों पर ईवीएम और वीवीपैट के मिलान से चुनाव परिणामों के आधिकारिक एलान में ज्यादा असर नहीं पड़ेगा। उनका कहना है कि उम्मीदवार ईवीएम के वोटों की गणना के बाद ही परिणाम जान लेंगे लेकिन वीवीपैट मिलान की वजह से आधिकारिक एलान में दो से तीन घंटे की देरी होगी।
उन्होंने कहा कि यदि आयोग औचक मिलान के लिए पांच अलग टीमों की तैनाती करने में सक्षम रहा तो नतीजों के एलान में ज्यादा देरी नहीं होगी लेकिन पांच से कम टीम होने पर इसमें वक्त लग सकता है।
देशभर में 4120 विधानसभा सीट हैं
देशभर में 4120 विधानसभा सीटें हैं। अभी तक हर एक विधानसभा के एक ही बूथ पर वीवीपैट पर्ची का मिलान होता था लेकिन पांच गुना करने से अब 20600 बूथों पर वीवीपैट का मिलान होगा। हर मतदान केंद्र पर 800 से 2500 मतदाता होते हैं।
यहां यह व्यवस्था अपनाई जाएगी
चंडीगढ़, दमन एवं दीव, लक्ष्यद्वीप, अंडमान-निकोबार और दादर एवं नागर हवेली केंद्र शासित राज्यों में कोई विधानसभा नहीं है। ऐसे में यहां औचक तरीके से पांच मतदान केंद्रों का चुनाव किया जाएगा। इसका मतलब है कि 25 बूथ और बढ़ जाएंगे। इस तरह 20625 बूथों पर वीवीपैट का ईवीएम से मिलान होगा7
मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में हुई थी देरी
हाल ही में मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान कुछ जगहों पर वीवीपैट और ईवीएम में बहुत थोड़ा अंतर होने के चलते दोबारा मतगणना की स्थिति आई थी और परिणाम देरी से घोषित हुए थे।
17.4 लाख वीवीपैट का हो रहा इस्तेमाल
इस बार के लोकसभा चुनाव में 10.35 मतदान केंद्र देशभर में बनाए गए हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव में यह संख्या 9.28 लाख थी। इस बार चुनाव में 39.6 लाख ईवीएम और 17.4 लाख वीवीपैट का इस्तेमाल हो रहा है।
50 फीसदी का मिलान भी संभव : कुरैशी
पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एसवाई कुरैशी ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि इससे चुनाव प्रक्रिया के प्रति मतदाताओं का विश्वास बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि 5 बूथ पर मिलान से मतगणना में केवल कुछ घंटों का फर्क आएगा। अगर सुप्रीम कोर्ट कहता तो 50 फीसदी का मिलान भी संभव था। उन्होंने इसके चलते परिणाम में देरी के आयोग के तर्क को सिरे से खारिज किया।