प्रतीकात्मक तस्वीर - फोटो : सोशल मीडिया
गुजरात के एक गांव में अनुसूचित जाति के 150 व्यक्तियों के बहिष्कार का मामला सामने आया है। गुजरात के महेसाणा जिले के ल्होर गांव में अनुसूचित जाति के दूल्हे ने घोड़ी पर सवारी निकाली जिससे गांव के सवर्ण भड़क गए। गुस्साए सवर्णों ने अनुसूचित जाति के 150 लोगों के बहिष्कार करने का फैसला कर दिया। ग्रामीणों ने बहिष्कृत किए गए लोगों के साथ संबंध रखने वाले लोगों से पांच हजार रुपये जुर्माना वसूलने का भी एलान किया। मामला सामने आने के बाद पुलिस ने गांव के सरपंच को गिरफ्तार कर लिया है। गांव में पुलिस तैनात कर दी गई है। महेसाणा डीएसपी मंजीता वंजारा ने बताया कि 7 मई को अनुसूचित जाति के एक व्यक्ति की शादी थी। धूमधाम से बारात निकाली गई। अगले दिन ग्रामीणों ने विरोध दर्ज करवाते हुए अप्रत्यक्ष रूप से धमकाया कि गांव में दूल्हे की सवारी अपनी मर्यादा में रहते हुए निकालो।
शाम को ग्राम वासियों ने अनुसूचित जाति के लोगों को रोजमर्रा की जरूरी चीज-वस्तुएं नहीं देने का फैसला किया। इतना ही नहीं अनुसूचित जाति के साथ प्रेमपूर्वक व्यवहार करने वाले व्यक्ति से पांच हजार रुपये जुर्माना वसूले जाने की घोषणा कर दी। मामला सामने आने पर पुलिस ने दलित परिवारों से मुलाकात की। इसके बाद पुलिस ने सरपंच को गिरफ्तार कर लिया। अन्य चार लोगों की तलाश जारी है।
दूल्हे ने बताया कि घुड़सवारी निकालने के मामले को लेकर गांव के सवर्णों ने बैठक की। अनुसूचित जाति के लोगों को अनाज-पानी नहीं देने का निर्णय करते हुए हम लोगों का बहिष्कार कर दिया गया। सुबह से चाय के लिए और बच्चों को पीने के लिए दूध की थैली भी नसीब नहीं हुई।