
सैम पित्रोदा गांधी परिवार के सबसे बड़े राजदार हैं। कांग्रेस के लिए जीवन का कोई मूल्य नहीं है। 1984 के कत्लेआम पर कांग्रेस कह रही है कि हुआ तो हुआ। इस दंगे में कांग्रेस के नेताओं पर दंगे में शामिल होने और साजिश रचने का आरोप लगा। आज कह रही है जो हुआ सो हुआ। पित्रोदा राहुल के गुरु हैं। दिल्ली में 2800 सिखों की हत्या हुई। कल बोले गए तीन शब्द कांग्रेस का चरित्र हैं, कांग्रेस की मानसिकता है, कांग्रेस के इरादे हैं। वो शब्द थे- हुआ सो हुआ।कांग्रेस को चलाने वालों का अहंकार इन तीन शब्दों में आप भली-भांति समझ सकते हैं।
सैम पित्रोदा ने कहा क्या था?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के रामलीला मैदान की अपनी चुनावी सभा में सिख दंगे के मुद्दे पर कांग्रेस को घेरा था। उन्होंने कहा था कि इन्हें अपने पूर्वजों के नाम पर वोट तो चाहिए, लेकिन जब उन्हीं के कारनामे खंगाले जाते हैं तो इन्हें मिर्च लग जाती है...कांग्रेस को बताना पड़ेगा कि 1984 के सिख दंगों का हिसाब कौन देगा?
इस पर सैम पित्रोदा ने कहा था कि
अब क्या है 84 का? आपने (मोदी) क्या किया है पांच साल में, उसकी बात करिए। 84 में हुआ तो हुआ, आपने क्या किया? आपको रोजगार पैदा करने के लिए वोट दिया गया था, 200 स्मार्ट सिटी बनाने के लिए वोट मिले थे, आपने वो भी नहीं किया।