
लोकसभा चुनाव के बाद आम आदमी पार्टी ने बिना किसी देरी के दिल्ली असेंबली इलेक्शन की तैयारी शुरू कर दी है. रविवार को आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पंजाबी बाग क्लब में कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की. इस दौरान AAP ने 2020 विधानसभा चुनाव के लिए- ‘दिल्ली में तो केजरीवाल’ के नारे का ऐलान किया.
आम आदमी पार्टी के नेताओं से 'आजतक' ने नारे का मकसद पूछा तो बेहद दिलचस्प जवाब सुनने मिले. पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा, ‘लोकसभा चुनाव में लोगों ने आम आदमी पार्टी को प्रधानमंत्री की दौड़ में नहीं देखा. जनता ने नरेंद्र मोदी या राहुल गांधी को प्रधानमंत्री की दौड़ में देखा. लेकिन दिल्ली विधानसभा का चुनाव दिल्ली के लिए होगा. और दिल्ली में शिक्षा की नीति, बिजली-पानी की नीति, चिकित्सा की नीति में लोग केजरीवाल सरकार को अव्वल मानते हैं.’
आतिशी ने बताई हार की वजह
तो वहीं पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से AAP की उम्मीदवार आतिशी ने लोकसभा चुनाव में हार की वजह भी बताई. आतिशी ने कहा, ‘लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद जब हम लोगों के बीच गए और लोगों से पूछा कि जब वो दिल्ली सरकार के काम से खुश थे, फिर ऐसा क्या हुआ कि AAP को वोट नहीं दिया. लोगों का कहना है कि लोकसभा चुनाव प्रधानमंत्री का चुनाव था और जनता ने प्रधानमंत्री को वोट डाला.'साथ ही उत्तरी-पूर्वी दिल्ली लोकसभा से AAP उम्मीदवार दिलीप पांडेय पोस्टर पर छपे नए नारे का मकसद बताते हुए दावा किया कि 2020 में आम आदमी पार्टी की जीत होगी. दिलीप पांडेय ने कहा, ‘दिल्ली वालों का फायदा सिर्फ अरविंद केजरीवाल के साथ है जिस तरह 2015 में जनता का आशीर्वाद मिला, उस सोच को पोस्टर पर नारे का रूप दिया गया है'
दरअसल, लोकसभा चुनाव में दिल्ली की सातों सीटों पर हार झेलने के बाद आम आदमी पार्टी के सामने अब 2020 का दिल्ली विधानसभा चुनाव एक बड़ी चुनौती है. यही वजह है कि मायूस कार्यकर्ताओं में जोश भरने के लिए 'आएगा तो मोदी ही' की तर्ज पर 'दिल्ली में तो केजरीवाल' का नारा तैयार किया गया है.