Narendra Modi swearing-in ceremony: मोदी आज लेंगे शपथ, समारोह में जुटेंगे आठ हजार मेहमान
नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो) - फोटो : bharat rajneeti
नरेंद्र मोदी बतौर प्रधानमंत्री अपने दूसरे कार्यकाल के लिए बृहस्पतिवार को पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे। दूसरे कार्यकाल में भी शपथ ग्रहण के लिए पीएम ने दरबार हॉल की जगह राष्ट्रपति भवन के बाहरी प्रांगण का चुनाव किया है।
बीते समारोह की तुलना में इस बार डेढ़ गुना ज्यादा मेहमान इस ऐतिहासिक पल का गवाह बनेंगे। शपथ ग्रहण समरोह में बिम्सटेक देशों के अलावा 8 और देशों के शासनाध्यक्ष, राज्यपाल, मुख्यमंत्री, छह दर्जन देशों केराजदूत और उच्चायुक्त, सभी दलों के वरिष्ठ नेता शिरकत करेंगे। पीएम ने इस समारोह में राजनीतिक हिंसा में मारे गए पश्चिम बंगाल के 54 लोगों के परिजनों को भी आमंत्रित किया है।
राष्ट्रपति भवन के सूत्रों के मुताबिक राष्ट्रपति और पीएम की इच्छा के अनुरूप समारोह में दिखावे की जगह गंभीरता होगी। भव्यता के साथ ही गंभीरता का भी पुट होगा। बीते समारोह में 4000 हजार मेहमान शामिल हुए थे। इस बार 6000 से ज्यादा मेहमान ऐतिहासिक पल का गवाह बनेंगे।
चूंकि शपथ ग्रहण समारोह के लिए इस्तेमाल होने वाले ऐतिहासिक दरबार हॉल में महज 438 मेहमानों की बैठने की व्यवस्था है। इसलिए बड़ी संख्या के मद्देनजर इस बार भी समारोह के लिए राष्ट्रपति भवन के बाहरी प्रांगण का इस्तेमाल किया जाएगा।
मंत्रिमंडल में ऐसा हो सकता है फार्मूला
सरकार में सहयोगी दलों की भागीदारी को लेकर भी तस्वीर करीब करीब साफ हो चुकी है। सभी की निगाहें गृह, वित्त, रक्षा और विदेश मंत्रालय पर टिकी हैं। पिछली सरकार में वित्त मंत्री रहे अरुण जेटली ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए उन्हें मंत्री नहीं बनाने का अनुरोध किया है। वहीं, सुषमा स्वराज को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं हैं।
पीएम मोदी उन्हें विदेश मंत्री बनाना चाहते हैं, लेकिन सुषमा ने मंत्री पद लेने पर अनिच्छा जताई है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को मंत्रिमंडल में शामिल करने पर कुछ साफ नहीं हो पाया है। सूत्रों की मानें तो मंत्रिमंडल में ज्यादातर पुराने वरिष्ठ चेहरे बने रहेंगे, जबकि नए चेहरों को राज्य मंत्री के तौर पर शामिल किया जाएगा। यूपी, बंगाल और ओडिशा को तवज्जो दी जा सकती है।
सूत्रों के मुताबिक, शिवसेना और जदयू को एक कैबिनेट और एक राज्य मंत्री, लोजपा व अकाली दल को कैबिनेट मंत्री का एक-एक पद, अपना दल व एआईडीएमके को राज्य मंत्री का एक-एक पद दिया जा सकता है। बीते कार्यकाल की तरह भाजपा कोटे के संभावित मंत्रियों से पार्टी अध्यक्ष शाह अपने निवास पर मिल कर उन्हें मंत्री बनाने की सूचना दे सकते हैं। बीते कार्यकाल में भी शाह ने ऐसा ही किया था।
वेज-नॉन वेज दोनों व्यंजन
शपथ ग्रहण के बाद मेहमान समारोह स्थल पर वेज और नॉनवेज दोनों तरह के व्यंजनों का लुत्फ उठा सकेंगे। मेन्यु में खासतौर पर रायसीना दाल, राजभोग, ढोकला, फाफड़ा को शामिल किया गया है। इसके अलावा इसमें सभी राज्यों के विशेष व्यंजनों को भी जगह दी गई है।
बिम्सटेक के अतिरिक्त अन्य देशों के शासनाध्यक्ष भी
शपथ ग्रहण समारोह में बिम्सटेक देशों के अतिरिक्त मालदीव, अफगानिस्तान सहित कुल 8 देशों के शासनाध्यक्ष हिस्सा लेंगे। इसके अलावा छह दर्जन देशों के राजदूत और उच्चायुक्त भी इस ऐतिहासिक पल के गवाह बनेंगे।
राजनीतिक हिंसा में मारे गए लोगों के परिजन भी होंगे शामिल
पीएम ने अपने शपथ ग्रहण समारोह में प. बंगाल में राजनीतिक हिंसा में मारे गए भाजपा के 54 कार्यकर्ताओं के परिजनों को आमंत्रित किया है। इससे नाराज राज्य की सीएम ममता बनर्जी ने समारोह में आने पर हामी भरने के बाद ना कर दिया है। हालांकि इसके जरिए भाजपा राज्य में अपने कार्यकर्ताओं को बड़ा सियासी संदेश देने में कामयाब हुई है। गौरतलब है कि राज्य में लोकसभा चुनाव में पार्टी ने चमत्कारिक प्रदर्शन करते हुए अपनी सीटों की संख्या 2 से बढ़ा कर 18 कर ली थी।
सोनिया, राहुल समारोह में करेंगे शिरकत, ममता ने कहा- सॉरी,...धरने पर बैठेंगी
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और उनकी मां सोनिया गांधी पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे। साथ ही पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व पीएम मनमोहन सिंह व गुलाम नबी आजाद भी समारोह के दौरान मौजूद रहेंगे। शपथग्रहण समारोह में इस बार डेढ़ गुना ज्यादा यानी 6000 मेहमानों को बुलाया गया है।
पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने की बात कहने वाली पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने एक दिन बाद ही यूटर्न ले लिया। पीएम को भेजे खत में उन्होंने लिखा कि नए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी आपको बधाई।
सांविधानिक आमंत्रण पर मैंने समारोह में शामिल होने का फैसला किया था लेकिन कुछ मीडिया रिपोर्ट में देखा कि भाजपा दावा कर रही है कि बंगाल में 54 राजनीतिक हत्याएं हुई हैं। यह पूरी तरह से झूठ है।
बंगाल में कोई राजनीतिक हत्या नहीं हुई है। इसलिए, मैं क्षमा चाहती हूं नरेंद्र मोदी, इसने मुझे शपथ ग्रहण समारोह से दूर रहने को मजबूर कर दिया। शपथ ग्रहण का मौका लोकतंत्र के उत्सव का होता है न कि किसी दूसरी पार्टी को महत्वहीन साबित करने और उसके खिलाफ राजनीतिक प्रतिशोध निकालने का।
वहीं वह बृहस्पतिवार को उत्तर 24 परगना के नैहाटी नगरपालिका के सामने धरने पर बैठेंगी। खबरों के अनुसार, वह तृणमूल कांग्रेस के उन कार्यकर्ताओं के समर्थन में धरना देंगी जो चुनाव के दौरान हुई हिंसा की वजह से बेघर हो गए हैं।
छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल नहीं होंगे शामिल
छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं होंगे। सीएम बघेल ने कहा- पीएम मोदी को बधाई देना चाहता हूं। पहले से तय कार्यों में व्यस्त होने के कारण मैं शपथ ग्रहण समारोह में नहीं जा पाऊंगा। मैंने बाद में पीएमओ से मिलने का वक्त मांगा है।
बंगाल हिंसा में मारे गए 54 भाजपा कार्यकर्ताओं के परिजन भी आएंगे
पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हिंसा का शिकार के हुए 54 भाजपा कार्यकर्ताओं व समर्थकों के परिजनों को भी समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है। इन परिवारों के लोग बुधवार को कोलकाता से ट्रेन से दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं। इस कदम को अगले साल होने वाले कोलकाता नगर निगम और 2021 विधानसभा चुनाव से भी जोड़कर देखा जा रहा है।
पुलवामा शहीदों के परिजन भी आमंत्रित
पुलवामा में 14 फरवरी को हुए हमले में शहीद सीआरपीएफ जवानों के परिजनों को भी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है।
मोदी का शपथ ग्रहण: देश की इन जानी मानी हस्तियों को भी न्योता
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बृहस्पतिवार को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह के लिये फिल्म, खेल और उद्योग जगत की कई मशहूर हस्तियों को न्योता भेजा गया है। सूत्रों ने यह जानकारी दी। इनमें फिल्म स्टार शाहरुख खान और रजनीतकांत, पूर्व क्रिकेटर राहुल द्रविड़ और बैडमिंटन खिलाड़ी सायना नेहवाल शामिल हैं।
सूत्रों ने बताया कि नामचीन उद्योगपतियों मुकेश अंबानी, गौतम अडानी और रतन टाटा को भी समारोह में शामिल होने के लिये आमंत्रित किया गया है। वहीं पूर्व धावक पी टी ऊषा, क्रिकेटर राहुल द्रविड़, अनिल कुंबले, जवागल श्रीनाथ, हरभजन सिंह, बेडमिंटन खिलाड़ी सायना नेहवाल, बेडमिंटन कोच पुलेला गोपीचंद और जिम्नास्ट दीपा करमाकर को भी न्योता भेजा गया है।
इसके अलावा फिल्मी सितारों कंगना रनौत, संजय लीला भंसाली, करण जौहर को निमंत्रण भेजा गया है। अंबानी, अडानी और टाटा के अलावा उद्योगपतियों अजय पिरामल, जॉन चैम्बर्स और बिल गेट्स भी आमंत्रित हैं। सूत्रों ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की प्रबंध निदेशक एवं चेयरमेन क्रिस्टीन लेगार्ड को भी न्योता भेजा गया है।