1984 बैच के इन आईपीएस अधिकारियों के हाथ में है देश के महत्वपूर्ण संस्थानों की कमान

2017 में असम-मेघालय काडर के अधिकारी वाईसी मोदी की राष्ट्रीय जांच एजेंसी के महानिदेशक के तौर पर नियुक्ति की गई। जनवरी 2018 में तेलंगाना काडर के अधिकारी सुदीप लखटकिया को राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड का महानिदेशक बनाया गया। तीन महीने बाद 1984 बैच के ही बिहार काडर के अधिकारी राजेश रंजन की नियुक्ति केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के महानिदेशक के तौर पर हुई। सीआईएसफ में नियुक्ति होने से पहले रंजन बीएसएफ में स्पेशल डीजी का पद संभाल रहे थे।
पांच महीने बाद उत्तर प्रदेश काडर के अधिकारी रजनीकांत मिश्रा को बीएसएफ का मुखिया बनाया गया। एक महीने बाद हरियाणा काडर के अधिकारी एसएस देसवाल को इंडो-तिब्बत बॉर्डर पुलिस का मुखिया नियुक्त किया गया। पिछले साल अक्तूबर में आईटीबीपी का मुखिया बनाने से पहले देसवाल एसएसबी के मुखिया थे।
वहीं जनवरी में गुजरात काडर के आईपीएस अधिकारी राकेश अस्थाना को ब्यूरो ऑफ सिविस एविएशन सिक्योरिटी का महानिदेशक बनाया गया है। 1984 के बैच पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विश्वास कायम है। यही वजह है कि बुधवार को पंजाब काडर के सामंत गोयल को रॉ और उनके बैचमेट असम-मेघालय काडर के अरविंद कुमार को आईबी का निदेशक बनाया गया है।