‘वायु’ ने रोकी मानसून की गति, 2-3 दिन में आगे बढ़ने की उम्मीद

अरब सागर में उठे चक्रवात ‘वायु’ के कारण मानसून की रफ्तार रुक गई है। हालांकि मौसम विभाग ने रविवार को कहा कि ‘वायु’ की तीव्रता कम होने से अरब सागर की ओर बढ़ने के लिए मानसूनी हवाओं का मार्ग साफ हो गया है और अगले 2-3 दिन में इसके उत्तर की ओर बढ़ने की संभावना है। इतना ही नहीं, देश में मानसून की सुस्त रफ्तार से वर्षा में कुल कमी 43 फीसदी हो गई है।
मौसम विज्ञानियों के अनुसार, मानसून के दौरान अरब सागर में उठने वाला चक्रवात मानसूनी हवाओं को अपनी तरफ खींचता। इससे मानसून की रफ्तार थम जाती है। ‘वायु’ 17 जून को गुजरात तट पर डीप डिप्रेशन बनकर खत्म हो जाएगा।
इसके बाद मानसूनी हवाएं उत्तर की बढ़ने लगेंगी। मौसम विभाग के अतिरिक्त महानिदेशक देवेंद्र प्रधान ने कहा, 15 जून तक मध्य प्रदेश, राजस्थान, पूर्वी उत्तर प्रदेश और गुजरात के कुछ हिस्सों समेत मध्य भारत तक मानसून पहुंच जाना था लेकिन यह अभी महाराष्ट्र भी नहीं पहुंचा है।
फिलहाल मानसून दक्षिणी प्रायद्वीप के ऊपर मंगलूरू, मैसूर, कुड्डलोर और पूर्वोत्तर में पासीघाट, अगरतला के ऊपर है। पश्चिमी तट में महाराष्ट्र से गुजरात तक चक्रवात के कारण बारिश हुई है। केवल तटीय कर्नाटक और केरल में मानसूनी बारिश हुई है। मानसून ने केरल में करीब एक हफ्ते की देरी से 8 जून को केरल में दस्तक दी थी।
यूपी, उत्तराखंड, दिल्ली में भी कम बारिश
विभाग के अनुसार, पूरे देश में मानसून की बारिश में भारी कमी दर्ज की गई। 1 से 15 जून के दौरान देशभर में 63.2 मिलीमीटर की औसत बारिश के मुकाबले 36.5 मिलीमीटर ही बारिश हुई। उत्तर प्रदेश में 75 से 79 फीसदी, मध्य प्रदेश, ओडिशा, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और गोवा में 59 फीसदी जबकि पूर्व और पूर्वोत्तर भारत में 47 फीसदी वर्षा की कमी दर्ज की गई है। उत्तराखंड में 48 फीसदी तो हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली में 87 फीसदी तथा पंजाब में सामान्य से 82 फीसदी कम बारिश हुई। हिमाचल में 33 फीसदी कम वर्षा रिकॉर्ड की गई।
जलाशयों में जल स्तर में कमी
केंद्रीय जल आयोग के अनुसार, दक्षिणी भारतीय राज्यों और महाराष्ट्र के जलाशयों का जल स्तर पिछले 10 सालों के औसत से भी कम है।
बिहार में लू से 80 से ज्यादा की मौत
देश के कई हिस्सों खासकर पूर्वी राज्यों झारखंड, बिहार और ओडिशा में भयंकर गर्मी पड़ रही है। बिहार में भीषण गर्मी और लू से पिछले 24 घंटे में 80 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।