दिल्ली-आगरा टोल मार्ग की पूरी हिस्सेदारी बेचेगी रिलायंस इन्फ्रा, कीमत लगाई 3,600 करोड़ रुपये
सांकेतिक तस्वीर : bharat rajneeti
अनिल अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर दिल्ली-आगरा टोल मार्ग में अपनी पूरी हिस्सेदारी की बिक्री की प्रक्रिया अगस्त, 2019 तक पूरी कर लेगी। कंपनी अपनी पूरी हिस्सेदारी सिंगापुर की क्यूब हाईवे की बेच रही है।
कंपनी ने गुरुवार को बताया कि उसने दिल्ली-आगरा मार्ग की अपनी 100 फीसदी हिस्सेदारी की 3,600 करोड़ रुपये में बिक्री के लिए क्यूब हाईवे के साथ बाध्यकारी शेयर खरीद समझौते पर हस्ताक्षर किया है। इसके तहत रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर को 1,700 करोड़ रुपये की इक्विटी के साथ कुल 3,600 करोड़ रुपये मिलेंगे।
कंपनी ने कहा कि वह इस बिक्री से प्राप्त पूरी राशि से अपना कर्ज चुकाएगी, जिसके बाद उसका बकाया 25 फीसदी से ज्यादा घटकर 5,000 करोड़ रुपये से कम हो जाएगा। क्यूब हाईवे एवं इन्फ्रास्ट्रक्चर पीटीई लिमिटेड अबू धाबी निवेश प्राधिकरण की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है।
पिछले सप्ताह रेटिंग एजेंसी इंडिया रेटिंग्स ने रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर की दीर्घकालिक इश्यूर रेटिंग को घटाकर ‘डी’ कर दिया था। अनिल अंबानी के नेतृत्व वाली कंपनी के ऑडिटर्स ने वित्तीय परिणामों पर नकारात्मक टिप्पणी की थी और कंपनी के परिचालन चालू रहने की आशंका व्यक्त की थी।
घाटे में चल रही है कंपनी
रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर को वित्त वर्ष 2018-19 की 31 मार्च को समाप्त चौथी तिमाही में 3,301 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था। इससे पिछसे वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी को 133.66 करोड़ रुपये का लाभ हुआ था। वार्षिक आधार पर 2018-19 में कंपनी को 2,426.82 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था। वहीं, 2017-18 में 1,255.50 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था।