30 हजार मुस्लिमों से धोखा करने वाले को मंत्री देने वाले थे 600 करोड़, आईएएस ने फेल किया प्लान

टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक मंसूर खान ने फरार होने से पहले एक मुस्लिम नेता के जरिए मंत्री से मुलाकात की थी। यह घोटाला लगभग 1700 करोड़ रुपए का है। जिसमें 30 हजार मुस्लिम निवेशकों ने अधिक फायदे के लिए अपनी मोटी रकम मंसूर खान को दे दी थी।
रिपोर्ट के मुताबिक मंसूर खान ने लोन लेने के लिए एक बैंक से संपर्क किया था। लेकिन बैंक को मंसूर खान के धोखाधड़ी के नोटिस के बारे में पता चल गया। इसके बाद बैंक ने मंसूर खान से राज्य सरकार से अनापत्ति प्रमाण-पत्र लाने को कहा। मंसूर ने सत्ता में अपनी जान पहचान के चलते एनओसी का जुगाड़ कर लिया।
लेकिन जब यह मामला एक आईएएस अधिकारी के पास पहुंचा तो उसने दस्तावेज पर साइन करने से मना कर दिया। मंत्री के दबाव बनाने के बावजूद भी अधिकारी ने साइन नहीं किए।