अमरनाथ यात्रा से पहले परिसीमन की घोषणा होगी चुनौतीपूर्ण, कश्मीर में बिगड़ सकते हैं हालात

साथ ही इस मसले को सांप्रदायिक रंग देने के लिए अलगाववादी तथा पत्थरबाज सक्रिय हो सकते हैं। जानकारों का कहना है कि पहली जुलाई से शुरू हो रही अमरनाथ यात्रा से पहले केंद्र सरकार इस तरह का कोई जोखिम नहीं उठाएगी जिससे घाटी में हिंसा भड़के।
साथ ही इससे अमरनाथ यात्रियों की सुरक्षा पर किसी प्रकार की आंच आए। हालांकि, सोशल मीडिया में यह वायरल हो रहा है कि परिसीमन के संबंध में गृह मंत्री ने कोई बैठक नहीं ली है। लेकिन परिसीमन के मुद्दे पर राज्य में सियासत गरमा गई है।
जम्मू आधारित दलों ने परिसीमन का काम जल्द से जल्द पूरा करने की मांग की है ताकि जम्मू को उसका हक मिल सके। यहां के नेताओं को विश्वास है कि जम्मू के हक में विधानसभा की कई सीटें आएंगी। भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टियों ने विधानसभा चुनाव से पूर्व परिसीमन करवाने की मांग की है।