भाजपा नेता ने मां के सामने गोली मारकर की खुदकुशी, सुसाइड नोट में बताई वजह
naveen jain suicide - फोटो : bharat rajneeti
खास बातें
- जमीन को लेकर तीन भाइयों के बीच चल रहा था विवाद
- नगर कोतवाली क्षेत्र की गुप्ता कॉलोनी में रहता है परिवार
- डिस्पोजल क्रॉकरी के थे थोक कारोबारी, फैक्ट्री लगाने की थी योजना
भाइयों से जमीन के विवाद में डिस्पोजल क्रॉकरी कारोबारी व भाजपा नेता ने मां के सामने गोली मारकर आत्महत्या कर ली। 10 महीने से जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। वह अपना हिस्सा मांग रहे थे, जबकि भाई और मां इसका विरोध कर रहे थे। लंबे समय से तनाव में चल रहे भाजपा नेता ने बुधवार को सुबह सुसाइड नोट लिखा और लाइसेंसी पिस्टल से कपनटी पर गोली मार ली। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
अशोक नगर कॉलोनी निवासी नवीन जैन (50) गांधीनगर किसान मोर्चा भाजपा के मंडल अध्यक्ष थे। उनका रमतेराम रोड पर डिस्पोजल क्रॉकरी व कप बनाने की फैक्ट्री है। उनके दो बड़े भाई पवन जैन व पंकज जैन हैं। पवन का कारपेट और पंकज का त्रिपाल का कारोबार है। बताया कि तीनों भाइयों में पिछले 10 वर्ष से जमीन को लेकर विवाद चल रहा है, लेकिन 10 महीने से मामला काफी बढ़ गया था। नवीन को डिस्पोजल कप की फैक्ट्री लगानी थी।
उसके लिए वह मां व भाइयों से अपने हिस्से की जमीन मांग रहे थे। भाई और मां ने जमीन देने से इनकार कर दिया था। वह लगातार उनसे बात कर रहे थे। भाइयों ने उनके बेटे को जान से मारने तक की धमकी दे दी थी। इससे वह डरे हुए थे। बुधवार सुबह करीब 11:30 बजे वह गुप्ता कॉलोनी स्थित मां शारदा जैन के घर गए। उनसे जमीन को लेकर बात की, लेकिन वह नहीं मानी तो उन्होंने मां के सामने गोली मारकर आत्महत्या कर ली।
बताया कि दोनों भाई भी लगातार उनको टार्चर कर रहे थे। कोई भी उनकी सुनवाई नहीं कर रहा था। आरोप है कि मां भी बड़े बेटों के पक्ष में ही बोलती थी। आत्महत्या करने से पहले मृतक ने सुसाइड नोट लिखा है। एसपी सिटी श्लोक कुमार ने बताया कि पारिवारिक जमीनी विवाद को लेकर नवीन ने अपनी लाइसेंसी पिस्टल से गोली मारकर आत्महत्या कर ली। मृतक के पुत्र रचित ने तहरीर दी है। तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।
‘भाई रसूखदार हैं, बेटे की हत्या करा देंगे’
नवीन जैन ने आत्महत्या करने से पहले एसएसपी के नाम सुसाइड नोट लिखा। उसमें कहा पिछले 10 महीने से मेरा मानसिक रूप से उत्पीड़न किया जा रहा है। पवन जैन और पंकज जैन दोनों मेरे बड़े भाई हैं। दोनों रसूखदार हैं। पुलिस प्रशासन में उनकी पकड़ है। इसका फायदा उठाकर मुझे मानसिक रूप से तंग किया जा रहा है। मुझे धमकी देते हैं कि अगर हमारे खिलाफ कोई कार्रवाई की तो तेरे इकलौते पुत्र को जान से मरवा देंगे। तंग होकर मैंने आत्महत्या करने का फैसला किया, जिससे मेरे बेटे रचित को किसी प्रकार की हानि न हो सके। मेरे परिवार की सुरक्षा की जाए।
70 लाख रुपये की जमीन को लेकर था विवाद
तीन भाइयों के बीच चल रहा जमीन का विवाद 70 लाख रुपये का था। इसी जमीन के विवाद को निपटाने के लिए नवीन ने मां शारदा के घर पर बैठक बुलाई थी। बैठक में नवीन के अलावा मां शारदा, भाई पंकज, पवन व रिश्तेदारी के कई लोग मौजूद थे। जमीन को लेकर बात कर रहे थे। नवीन की किसी ने बात नहीं मानी। सब लोग अपना पक्ष मजबूती से रख रहे थे।
मृतक के पुत्र रचित ने आरोप लगाया कि सभी ने पिता नवीन की बात मानने से इनकार कर दिया। उन्हें उनका हिस्सा भी नहीं दिया जा रहा था। आरोप लगाया कि दोनों ताऊ 70 लाख रुपये की जमीन को हड़पना चाहते थे। इसलिए उन्होंने आत्महत्या के लिए उकसाया। मृतक के बेटे ने आरोप लगाया है कि पिता ने सबके सामने अपने को गोली मारी, लेकिन किसी ने उन्हें रोका नहीं। वहां मौजूद लोग उनसे तभी पिस्टल छीन लेते तो उनकी मौत नहीं होती है।
घर से निकाल दिया था
घर से निकाल दिया था
नवीन की मौत के बाद परिवार में उनकी पत्नी शुभ्रा जैन और बेटा रचित जैन हैं। शुभ्रा और बेटे का रो-रोकर बुरा हाल था। अब उनके आगे पीछे कोई नहीं है। रचित ने बताया कि उनके पिता के दोनों ताऊ और दादी ने 2003 में घर से निकाल दिया था। वह काफी दिन तक किराए के मकान में रहे। बाद में उन्होंने अशोक नगर में मकान खरीद लिया था।
पिता की हो चुकी हत्या
नवीन के पिता सुरेंद्र कुमार जैन की 2002 में डासना में हत्या हो चुकी है। रचित ने आरोप लगाया कि ताऊ उसके पिता को दादा की हत्या का आरोपी बता रहे थे, तभी से वह बहुत ज्यादा परेशान रहने लगे। इस बात को लेकर 10 दिन से उन्होंने खाना नहीं खाया था। बार-बार ताऊ द्वारा की गई बातों को याद करके डिप्रेशन में थे।