बंगाल के भाटपाड़ा में अब भी पसरा है आतंक का सन्नाटा, चौथे दिन भी दुकानें व बाजार रहे बंद
सांकेतिक तस्वीर - फोटो : bharat rajneeti
तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के समर्थन वाले दो गुटों की आपसी हिंसा में दो लोगों की मौत और लगभग एक दर्जन लोगों के घायल होने के बाद रविवार को चौथे दिन भी उत्तर 24-परगना जिले के भाटपाड़ा और काकिनाड़ा में सामान्य स्थिति बहाल नहीं हो सकी है। हिंसा और उसके बाद धारा 144 लागू होने के बावजूद छिटपुट झड़पों और बम विस्फोट की खबरों से स्थानीय लोगों में बारी आतंक है।
रविवार को भी इलाके में सन्नाटे का आलम रहा। रविवार को लगातार चौथे दिन इलाके में तमाम दुकानें और बाजार बंद रहे। बैरकपुर के नए पुलिस आयुक्त मनोज कुमार वर्मा ने पुलिस व रैफ के जवानों के साथ संवेदनशील इलाकों में पैदल घूम कर हालात का जायजा लिया और लोगों में भरोसा बहाल करने का प्रयास किया। पुलिस आयुक्त ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि कुछ दुकानें खुल रही हैं। धीरे-धीरे लोगों में फैला डर खत्म होने के बाद हालात सामान्य हो जाएंगे। उन्होंने बताया कि इलाके में भारी तादाद में पुलिस व रैफ के जवानों को तैनात कर दिया गया है। बीती रात से किसी अप्रिय वारदात की सूचना नहीं मिली है। भाटपाड़ा और काकिनाड़ा इलाके में हिंसा के बाद से ही धारा 144 लागू है और इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। शनिवार को भाजपा सांसद एस.एस.आहलुवालिया के नेतृत्व में पार्टी के एक तीन-सदस्यीय केंद्रीय दल के दौरे के बाद इलाके में नए सिरे से हिंसा भड़क गई थी। दो गुटों के बीच होने वाली झड़प के दौरान बम फेंके गए और पथराव किया गया। उत्तेजित भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। इसमें एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया था। रविवार को इलाके में बसों की आवाजाही तो बंद थी। लेकिन तिपहिया आटो सड़कों पर नजर आए। छुट्टी का दिन होने के बावजूद बहुत कम लोग घरों से बाहर निकले। एक दुकानदार ने कहा कि इलाके में लगातार अशांति के चलते व्यापारी ठीक से कारोबार नहीं कर पा रहे हैं। बीते लगभग 35 दिनों से अक्सर इलाके में हिंसा और बम फोडे़ जाने की घटनाओं के बाद दुकान बंद करनी पड़ती है। इलाके में बाहरी लोगों को घुसने से रोकने के लिए पुलिस ने तमाम मुख्य सड़कों पर नाकेबंदी की है। बाहर से आने वाले वाहनों और लोगों की भी सख्ती से जांच की जा रही है।
बांकुड़ा : भाजपा व तृणमूल के बीच हिंसक झड़प में तीन घायल, भाजपा ने पुलिस पर लगाया फायरिंग करने का आरोप
लोकसभा चुनावों के बाद राज्य के विभिन्न इलाकों में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के बीच जारी हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। उत्तर 24-परगना जिले के भाटपाड़ा इलाके में बीते सप्ताह हुई हिंसा में दो लोगों की मौत के बाद हालात सामान्य से पहले अब बांकुड़ा जिले के पात्रसायर में दोनों दलों के आपसी संघर्ष में गोली लगने से एक छात्र समेत तीन लोग घायल हो गए। इनमें भाजपा के दो कार्यकर्ता शामिल हैं। घायलों को मेडिकल कॉलेज अस्पताल में दाखिल किया गया है। पुलिस ने इस मामले में भाजपा के एक स्थानीय नेता को गिरफ्तार किया है।
दूसरी ओर, भाजपा ने फायरिंग के लिए पुलिस को जिम्मेदार ठहराया है। पार्टी का आरोप है कि पुलिस ने मौके पर पहुंच कर फायरिंग की। हालांकि पुलिस ने इसका खंडन किया है। पुलिसिया फायरिंग के विरोध में भाजपा कार्यकर्ताओं ने रविवार को इलाके में विरोध प्रदर्शन किया। कल रात हुई हिंसा के बाद इलाके में भारी तनाव है।
सूत्रों ने बताया कि शनिवार को तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व परिवहन मंत्री शुभेंदु अधिकारी के नेतृत्व में पार्टी की एक रैली आयोजित की गई थी। वहां से तृणमूल कार्यकर्ताओं के लौटते समय भाजपाइयों ने कथित तौर पर ‘जय श्री राम’ के नारे लगाए। उसके बाद दोनों गुट आपस में भिड़ गए। इस संघर्ष के दौरान दोनों ओर से बम फेंके गए, गोलियां चलीं और पथराव किया गया। बाद में मौके पर पहुंची पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोडे़। बाद में जवानों ने हवा में फायरिंग भी की।
‘जय श्रीराम’ का नारा लगाने पर गोली चलाना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण : घोष
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने पुलिस की कथित फायरिंग में एक छात्र के घायल होने पर गहरी चिंता जताते हुए कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि ‘जय श्रीराम’ का नारा लगाने पर लोगों पर गोलियां चलाई जा रही हैं। उन्होंने सवाल किया कि पुलिस आखिर जय श्रीराम कहने वालों पर गोली कैसे चला सकती है। क्या यह पाकिस्तान है?
उधर, बांकुड़ा के भाजपा सांसद सुभाष सरकार ने भी पुलिस पर फायरिंग करने और भाजपा कार्यकर्ताओं को निशाना बनाने का आरोप लगाया है। सरकार ने बांकुड़ा मेडिकल कॉलेज अस्पताल का दौरा करने के बाद कहा कि तीनों घायलों को गोली लगी है। लेकिन पुलिस रबर की गोलियां चलाने का झूठा दावा कर रही है।