लोकसेवा आयोग में धांधलेबाजी सपा का पाप, कचरे की सफाई का चल रहा अभियान: योगी
योगी ने कहा कि मौजूदा आयोग का गठन सपा सरकार में हुआ था। उसकी व्यापक शिकायतें हो रही थीं। उसके तमाम प्रकरण की जांच सीबीआई को दी गई है। इसके बावजूद आयोग में धांधलेबाजी हो रही थी। एलटी ग्रेड की परीक्षा में दागी फर्म को पेपर छापने के लिए देने, परीक्षा नियंत्रक और दागी फर्म के संबंध और उसके बीच में लेनदेन की शिकायतें मिली थीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिकायतों की जांच करवाने के बाद जो तथ्य सामने आए हैं, उसके आधार पर कार्रवाई हुई है। इसमें प्रेस का मालिक और आयोग की परीक्षा नियंत्रक भी गिरफ्तार हुई हैं तथा जांच चल रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भाई भतीजेवाद के नाम पर नियुक्तियों में जिस तरह की बेईमानी और भ्रष्टाचार पिछली सरकारों ने फैला रखा था, उन सबको रोकने के लिए उनकी सरकार ने कड़े कदम उठाए हैं। सरकार किसी को भी कानून के साथ खिलवाड़ करने की छूट नहीं देगी। उन्होंने प्रदेश के युवाओं को आश्वस्त करते हुए कहा है कि इस मामले में हर एक दोषी को सजा मिलेगी और उन्हें जेल भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य लोकसेवा आयोग के कार्य में सरकार हस्ताक्षेप नहीं करती है, लेकिन उसकी स्वायत्ता को बनाए रखने, उसकी शुचिता और पारदर्शिता देखना सरकार का दायित्व है। सरकार यही कर रही है।
युवाओं से संयम बरतने की अपील
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले एक सप्ताह के अंदर कुछ बड़ी कार्रवाई हुई हैं। यूपीएसआईसी में कुछ भर्तियों की प्रक्रिया में व्यापक धांधली की शिकायत आई थी। जांच करवाई। जो दोषी थे उन लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि लोकसेवा आयोग हो या फिर यूपीएसआईसी या अन्य विभागों में कार्रवाई सरकार का युवाओं व आम जन को आश्वासन है कि उनके हक पर कोई डकैती नहीं डाल पाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार इन संस्थाओं की गरिमा को बहाल करने और इन संस्थाओं के माध्यम से प्रदेश के युवाओं के भविष्य को उज्जवल बनाए रखने के लिए गरिमापूर्ण माहौल तैयार करेगी। उन्होंने युवाओं से संयम से काम लेने की अपील की है। उन्होंने कहा कि सरकार को कार्रवाई करने दीजिए। बेईमान और भ्रष्ट लोगों को जो भी बचाने का प्रयास करेगा उसको इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी।
शिक्षा से जुड़े आयोगों को भी हिदायत
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रदेश में माध्यमिक शिक्षा, उच्च शिक्षा, प्राविधिक शिक्षा हो या फिर किसी अन्य आयोग से जुड़ी प्रतियोगी परीक्षा उसमें शुचिता, पारदर्शिता और पूरी इमानदारी दिखनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी आयोगों के अध्यक्षों को बुलाकर स्पष्ट कर दिया गया है कि अगर कहीं भी धांधली होती है तो इसमें सभी की जवाबदेही तय हागी। ये उनकी जिम्मेदारी है कि प्रदेश के किसी भी युवा को इसके लिए परेशान न होना पड़े।