1048 यज्ञ मंडप, 4000 पंडितों के साथ यज्ञ करेंगे केसीआर, प्रधानमंत्री मोदी को किया आमंत्रित

मुख्यमंत्री बद्रीनाथ, श्रीरंगम, जगन्नाथ, तिरुपति और अन्य पवित्र स्थानों सहित देश भर के वैष्णव पीठों (मठों) के पीठाधिपति को इस यज्ञ में आमंत्रित करेंगे। केसीआर ने फैसला लिया है कि वह सुदर्शन यज्ञ से संबंधित सभी हिंदू संप्रदायों के आध्यात्मिक प्रमुखों के अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्र सरकार के बड़े नेताओं, सभी मुख्यमंत्रियों, राज्यपालों और मंत्रियों को बुलाएंगे।
प्रवक्ता ने कहा, 'सरकार विचार कर रही है कि इस अनुष्ठान में आम लोगों को भी शामिल किया जाए। इसलिए उम्मीद है कि यज्ञ में लाखों श्रद्धालु हिस्सा लेंगे। उसी हिसाब से सभी तैयारियां की जाएंगी।' तेलंगाना राष्ट्र समिति के अध्यक्ष हिंदू रीति-रिवाजों के प्रति अपनी मान्यताओं को दिखाने से सभी हिचकते नहीं हैं। उन्होंने 23 से 27 दिसंबर, 2015 तक सिद्दीपेट जिले के एर्रावेल्ली गांव के अपने फार्महाउस में लगातार पांच दिनों तक विशाल अयोध्या महा चंडी यज्ञ करके पूरे देश का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया था।
2015 में 2,500 से ज्यादा पंडितों ने 101 होम कुंड में आयोजित यज्ञ में हिस्सा लिया था। बिना ब्रेक के लगातार पांच दिनों तक चले इस यज्ञ को 40 एकड़ की यज्ञशाला में आयोजित किया गया था। इसमें शंकराचार्यों, आध्यात्मिक गुरुओं जैसे श्री श्री रविशंकर और बड़ी संख्या में वीआईपी और राजनेताओं ने भाग लिया था।
पिछले साल दिसंबर में हुए विधानसभा चुनावों में दोबारा सत्ता में आने के तुरंत बाद केसीआर ने इसी तरह का मेगा होमम, महा रुद्र संहिता सहर्ष महा चंडी यज्ञ जनवरी के अंतिम सप्ताह में श्री विशाखा शारदा गीतम द्रष्टा स्वामी स्वरूपानंदेंद्र के नेतृत्व में तहत इसी फार्महाउस पर आयोजित किया था। इससे पहले भी केसीआर इस तरह के यज्ञ का आयोजन कर चुके हैं।