Rajneeti News: भ्रष्टाचार और आतंक पर बड़ा प्रहार: दिल्ली, मध्य प्रदेश समेत 19 राज्यों में 110 जगह सीबीआई छापा

भ्रष्टाचार, हथियारों की तस्करी और अन्य आपराधिक मामलों में सीबीआई ने मंगलवार को देशव्यापी छापेमारी की। इस कार्रवाई में दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, जम्मू-कश्मीर और छत्तीसगढ़ समेत 19 राज्यों में 110 ठिकानों पर 500 अधिकारियों ने जांच-पड़ताल की।
यूपी की पूर्व सीएम मायावती के शासन में हुए चीनी मिल सौदे से जुड़े मामले में लखनऊ, सहारनपुर और एनसीआर में 14 जगह छापे पड़े। जांच एजेंसी ने यह कार्रवाई विभिन्न मामलों में 30 एफआईआर के आधार पर की है।
सीबीआई ने मुंबई, चंडीगढ़, जम्मू, श्रीनगर, पुणे, जयपुर, रायपुर, हैदराबाद, मदुरै, कानपुर, लखनऊ, राउरकेला, रांची, बोकारो में छापा मारा। मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और बिहार में कुछ ठिकानों पर भी जांच-पड़ताल हुई।
सीबीआई के मुताबिक भ्रष्टाचार के कई मामले लंबे समय से लटके थे। कई मामलों में कोर्ट ने कार्रवाई के आदेश दिए हैं। सीबीआई ने नाभा सेवा पोर्ट टर्मिलन पर तैनात तीन कस्टम अधिकारियों कुणाल अनुज (आईआरएस), शरद रंजन और कमलेश्वर के खिलाफ भी केस दर्ज किया। इनके खिलाफ निर्यातकों द्वारा जमा कराई राशि गलत तरीके से निकलवाने का आरोप है। तीनों के महाराष्ट्र स्थित 28 ठिकानों की जांच की गई।
जम्मू में बंदूक की दुकानों पर छापे
हरिद्वार में तीन करोड़ के बैंक धोखाधड़ी केस में छापा पड़ा। मामला शिवालिक नगर स्टेट बैंक ब्रांच से 13 लोन देने का है। आरोप है कि लोन देने से पहले तकनीकी कार्रवाई पूरी नहीं की गई। वहीं, श्रीनगर, जम्मू और उधमपुर में 11 जगहों पर बंदूक के फर्जी लाइसेंस और खरीद-फरोख्त को लेकर छापे पड़े। जबलपुर में 980 एकड़ जमीन के फर्जी सौदे मामले में कार्रवाई हुई। इसमें फर्जी स्टांप पेपर और सरकारी मुहर का इस्तेमाल किया गया था।
यूपी में बैंक फ्रॉड मामले में कार्रवाई
गाजियाबाद और बुलंदशहर में पांच जगहों पर छापेमारी हुई। मामला पीएनबी की मेरठ रोड ब्रांच में कान्हा सेल्स कॉरपोरेशन के केवाईसी नियमों का उल्लंघन कर खाता खोलने से जुड़ा है। आरोप है कि नोटबंदी के दौरान कंपनी के खाते में 500-1000 के 58.5 लाख रुपये के नोट जमा किए गए। कानपुर की ब्रिटिश इंडिया कॉरपोरेशन लिमिटेड के तत्कालीन सीएमडी वीके दुग्गल, कंपनी सचिव केवी वाजपेयी के खिलाफ कंपनी की संपत्तियों की बिक्री के दौरान गड़बड़ी के मामले में सीबीआई ने छापेमारी की।
लखनऊ में खंगाला पूर्व नौकरशाहों का घर, बसपा एमएलसी रहे इकबाल के ठिकानों पर भी छापेमारी
सीबीआई ने मायावती राज में हुए चीनी मिल सौदे को लेकर लखनऊ में पूर्व नौकरशाह नेतराम और विनय प्रिय दुबे के आवासों को खंगाला। गोमतीनगर और अलीगंज स्थित दोनों अफसरों के आवास पर घंटों पड़ताल हुई।
2007 से 2012 के बीच यूपी की सीएम रहीं मायावती के सचिव रहे नेतराम चीनी मिलों के सौदे के समय प्रमुख सचिव गन्ना विभाग, जबकि दुबे एमडी चीनी निगम थे। सीबीआई ने बसपा के पूर्व एमएलसी हाजी इकबाल के बेटों वाजिद अली और मोहम्मद जावेद के ठिकानों पर भी छापा मारा।
सहारनपुर में नम्रता मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड और गिरियाशों कंपनी के मालिकों के घरों व दफ्तरों की जांच की। इन्हीं कंपनियों ने अधिकतर मिलें खरीदी थीं। इकबाल की एक कंपनी के निदेशक सौरभ मुकुंद और मुनीम नसीम के घर से अहम दस्तावेज जब्त किए। जांच के दौरान सीबीआई ने 11 लाख रुपए नगद भी जब्त किए।
दीपक तलवार के 11 ठिकानों की भी जांच
सीबीआई ने दिल्ली के जसोला स्थित कृष बिल्डटेक के ऑफिस की भी जांच की। गौरतलब है कि कृष बिल्डटेक का नाम हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा के खिलाफ चल रही जांच में भी आया था। सीबीआई ने कॉरपोरेट लॉबिस्ट दीपक तलवार और उसकी कंपनी एडवांटेज इंडिया के दिल्ली में मुनरिका, कृष्णा नगर, लक्ष्मी नगर, निर्माण विहार, साहिबाबाद, गाजियाबाद, द्वारका, पीतमपुरा और तुर्कमान गेट स्थित 11 परिसरों की पड़ताल की।