यहां आखिरी बार दिखे थे कैफे कॉफी डे के मालिक वीजी सिद्धार्थ, मछुआरे ने सुनाई पूरी कहानी

डिसौजा ने पुलिस को बताया, "जब मैंने नदी में कुछ गिरने की तेज आवाज सुनी तो मैं पीछे मुड़ा और एक आदमी को नदी में देखा.. जो तैरने की कोशिश कर रहा था लेकिन जब तक मैं वहां पहुंचा तब तक वो डूब चुका था। मैं उसे ढूंढ नहीं पाया क्योंकि नदी का पानी उफान पर था।"
पुलिस ने कहा कि डिसौजा ने ब्रिज पिलर नंबर आठ से शख्स को कूदते हुए देखा था और जो व्यक्ति कूदा वह सिद्धार्थ ही हो सकते हैं। उनके ड्राइवर के बयान के अनुसार उसी समय उसी जगह से वो लापता हुए थे, जहां मछुआरे ने किसी को कूदते हुए देखा था।
वहीं रितेश नाम के जिस मछुआरे को सिद्धार्थ का शव मिला था उसका कहना है, "जब मैं मछली पकड़ रहा था तब मैंने एक शव को तैरते हुए देखा। मैंने फिर पुलिस को इसकी सूचना दी। मैं जिला प्रशासन के साथ बचाव अभियान में भी कल शामिल हुआ था।"
सिद्धार्थ सोमवार दोपहर को बंगलूरू से हसन के पास सकलेशपुर के लिए रवाना हुए थे, जहां उनका घर और एक कॉफी एस्टेट भी है। जब वो रास्ते में थे, तभी उन्होंने ड्राइवर को गाड़ी मंगलूरू की तरफ ले जाने को कहा। बता दें सिद्धार्थ वरिष्ठ भाजपा नेता एसएम कृष्णा के बड़े दामाद हैं। कृष्णा यूपीए-2 सरकार (2009-12) के कार्यकाल में विदेश मंत्री थे और जब कांग्रेस में थे तो राज्य के (1999-2004) मुख्यमंत्री भी बने।