खास बातें
- राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पाली, प्राकृत में महर्षि बद्रायन व्यास सम्मान की घोषणा की
- अरबी, फारसी, शास्त्रीय कन्नड़, तेलगू, मलयालम और उड़िया में भी सम्मान की घोषणा
- मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से दिया जाता है महर्षि बद्रायन व्यास सम्मान
कुरुक्षेत्र के प्रो. श्रीकृष्ण शर्मा, बनारस के प्रो. युगल किशोर व पंडित मनुदेव भट्टाचार्य, दिल्ली के प्रो. चंद किरण सलुजा समेत 15 संस्कृत विद्वानों को सर्टिफिकेट ऑफ ऑनर 2019 प्रदान किया जाएगा। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने संस्कृत, पाली, प्राकृत, अरबी, फारसी, शास्त्रीय कन्नड़, तेलगू, मलयालम, उड़िया के विद्वानों को सर्टिफिकेट ऑफ ऑनर और महर्षि बद्रायन व्यास 2019 सम्मान देने की घोषणा कर दी है।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से सर्टिफिकेट ऑफ ऑनर और महर्षि बद्रायन व्यास सम्मान प्रदान किया जाता है। इन दोनों सम्मान की घोषणा राष्ट्रपति की ओर से की जाती है।
इस वर्ष संस्कृत में श्रीपद सत्यनारायण मूर्ति, राजेंद्र नाथ शर्मा, प्रो रामजी ठाकुर, प्रो. चंद किरण सलुजा, डॉ. श्रीकृष्ण शर्मा, डॉ वी रामकृष्ण भट्ट, विद्वान जनार्दन हेगड़े, डॉ कला आचार्य, प्रो डॉ हरेकृष्ण सतपती, पंडित सत्यदेव शर्मा, बनवारी लाल गौर, डॉ वीएस करुणाकरण, प्रो युगल किशोर मिश्र, पंडित मनुदेव भट्टाचार्य व सुबुद्धिचरण गोस्वामी सम्मानित होंगे।
पाली में डॉ उमा शंकर व्यास, प्राकृत में प्रो कमल चन्द सोगानी, शास्त्रीय कन्नड़ में हम्पा नागराजैया, शास्त्रीय तेलुगू में प्रो रव्वा श्रीहरि, शास्त्रीय मलयालय में डॉ सीपी अच्युतन उन्नी और शास्त्रीय उड़िया में पंडित डॉ अतंरयामी मिश्रा का नाम शामिल है।
दिल्ली के प्रो फैजनुल्ला फारूकी को अरबी में सम्मानजामिया मिल्लिया इस्लामिया के डिपार्टमेंट ऑफ पर्शियन के प्रो. डॉ इराक रजा जैदी, प्रो. चंद्र शेखर, जम्मू कश्मीर के प्रो. मोहम्मद सादिक नियाजमंद को पर्शियन में सर्टिफिकेट ऑफ ऑनर 2019 प्रदान किया जाएगा। जबकि अरबी में दिल्ली के प्रो फैजनुल्ला फारूकी सम्मानित होंगे।
दिल्ली के अशोक थपलियाल को महर्षि बद्रायन व्यास सम्मान
महर्षि बद्रायन व्यास सम्मान 2019 डॉ अशोक थपलियाल, प्रो सुजाता त्रिपाठी, डॉ संजू मिश्र, डॉ अभिजीत हनुमंत जोशी, डॉ शरच्चन्द्र द्विवेदी को संस्कृत में प्रदान किया जाएगा। इसके अलावा पाली में अनोमा श्रीराम सखारे, प्राकृत में आशीष कुमार जैन, अरबी में डॉ. फौजान अहमद, फारसी में मो. शाहबाज आलम का नाम शामिल है।
शास्त्रीय कन्नड़ में जीबी हरीशा, एस कार्तिक, डा एम बायरप्पा, शास्त्रीय तेलुगू में डॉ अद्दानकी श्रीनिवास, डा वी त्रिवेणी, डॉ डीके प्रभाकर, शास्त्रीय मलयालम में डॉ राजीव आर, संतोष तोट्टिंगल और शास्त्री उड़िया में डॉ सुब्र कुमार प्रुस्ती को यह अवार्ड मिलेगा।