खास बातें
- हालांकि अभी आईआरसीटीसी के प्रस्ताव को मंजूरी नहीं दी गई है
- प्रीमियम ट्रेनों में खानपान की सुविधा को बेहतर करने पर विचार चल रहा है
- इन ट्रेनों में नाश्ते में वेज कटलेट, आमलेट, ब्रेड स्लाइस और चाय मिलती है
राजधानी, शताब्दी व दूरंतो समेत अन्य प्रीमियम ट्रेनों में खाना 40 रुपये तक महंगा हो सकता है। आईआरसीटीसी ने इसका प्रस्ताव रेलवे बोर्ड को भेजकर मंजूरी मांगी है। बोर्ड अधिकारियों का कहना है कि प्रीमियम ट्रेनों में खानपान की सुविधा को बेहतर करने पर विचार चल रहा है। हालांकि अभी आईआरसीटीसी के प्रस्ताव को मंजूरी नहीं दी गई है।
रेल मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि यात्री खाने की खराब गुणवत्ता के बारे में शिकायत करते रहे हैं। बीते दिनों गुणवत्ता सुधारने के मकसद से खानपान की मात्रा कम कर दी गई थी। कैग की रिपोर्ट में भी मानकों से खराब खाना परोसने पर सवाल उठाया गया था। अधिकारियों का कहना है कि बीते छह साल से खाने की कीमत नहीं बढ़ी है लेकिन महंगाई बढ़ गई है।
गुणवत्ता बेहतर करने के लिए अब कीमत बढ़ाना जरूरी है। हालांकि, गुणवत्ता ठीक रखने के लिए पिछले दिनों खाने की मात्रा कम कर दी गई है लेकिन अगर कीमत बढ़ाई जाती है तो इसमें ज्यादा सुधार होगा।
राजधानी व शताब्दी में अभी खाने की कीमत करीब 112 रुपये है और 5 दिन के लिए अलग-अलग मेन्यू है। इन्हीं को बदल-बदल कर खाना सर्व किया जाता है। इन ट्रेनों में नाश्ते में वेज कटलेट, आमलेट, ब्रेड स्लाइस और चाय मिलती है। लंच और डिनर में दो परांठे या रोटियां, दाल, दही, अचार, चावल और नॉन वेज उपलब्ध होता है। अधिकारियों का कहना है कि अगर आईआरसीटीसी का प्रस्ताव बोर्ड मंजूर करता है तो कीमत 150 रुपये से ज्यादा हो जाएगी।