जया प्रदा की अखिलेश यादव को नसीहत, बोलीं- हद में रहना जरूरी

सांसद आजम खान के जौहर विश्वविद्यालय में चोरी की किताब मिलने के मामले में कहा कि छह महीने पहले मदरसा अलिया विश्वविद्यालय के शिक्षक द्वारा की गई शिकायत पर कार्रवाई हुई है। पुलिस ने ढ़ाई हजार किताबें जब्त की हैं। चोरी पर शर्म करने के बजाय आजम खान पुलिस और प्रशासन को कोस रहे हैं। उनके ऊपर कई मामले लगे हैं। गरीबों की जमीन को कब्जाया है। पांच हजार हेक्टेयर जमीन विश्वविद्यालय में है।
उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान मेरे ऊपर, महिलाओं के बारे में टिप्पणी की हिम्मत की थी। सांसद बनने के बाद भी वह खुद को अल्लाह से बढ़कर समझने लगे हैं। इसलिए वह संसद की गरिमा को भूल गए और सांसद रमा देवी के खिलाफ सड़क छाप रोमियो की तरह टिप्पणी की, जो शर्मनाक है। आजम खान की पत्नी द्वारा उनकी टिप्पणी में साथ देने पर उन्हें भी महिला विरोधी बताया। कहा कि तंजीम फातिमा मेरी भाभी जैसी है, लेकिन महिला होने के बावजूद महिलाओं का समर्थन नहीं करती हैं। तीन तलाक बिल के पारित होने के दौरान भी वह सदन में मौजूद नहीं थीं।
उन्होंने कहा कि पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को तीन तलाक का विरोध कर महिला विरोधी बयान दिया है। दोनों नेताओं ने आजम खान की टिप्पणी के खिलाफ एक शब्द भी नहीं बोला था। यह लड़ाई सिर्फ जया प्रदा की नहीं, बल्कि पूरे देश और जनता की है। उन्होंने तीन तलाक बिल को मुस्लिम महिलाओं के लिए वरदान बताया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया।