अनुच्छेद 370: कश्मीर में तोड़े गए मंदिरों का हो फिर से निर्माण, संत समिति और विहिप ने दिखाए तेवर

खास बातें
स्वामी जीतेंद्रानंद और आलोक कुमार ने कहा कि कश्मीर पंडितों के पलायन के बाद सूबे में सैकड़ों मंदिरों को ध्वस्त किया गया। इनका पुननिर्माण और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जरूरी है। सरकार अगर मंदिरों का पुननिर्माण नहीं कर सकती तो इसे संत समिति को सौंप दे।
दोनों ने कहा कि अनुच्छेद 370 के कलंक को धोने के बाद अब विस्थापितों को पूरी सुरक्षा के साथ पुरानी जगह पर बसाना सरकार का मुख्य दायित्व होना चाहिए। जो परिवार अपने जन्मभूमि नहीं जाना चाहता, सरकार ऐसे परिवारों की संपत्ति का उपयोग कर संबंधित परिवार को मुआवजा दे।
संत सम्मेलन 10 अक्टूबर को
राम मंदिर मामले में संत समाज का सम्मेलन शनिवार को होगा। इसमें राम जन्मभूमि, सबरीमाला मंदिर, मठों और मंदिरों में सरकारों के अनावश्यक हस्तक्षेप, अनुच्छेद 370 के निरस्त होने की बाद की स्थिति पर चर्चा होगी। स्वामी जीतेंद्रानंद ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में राम मंदिर विवाद पर हो रही रोजना सुनवाई पर संत समाज की निगाह रख रहा है। सम्मेलन ने इन सभी मामलों पर विमर्श के बाद प्रस्ताव पारित किया जाएगा।