अरुण जेटली की हालत नाजुक, पड़ सकती है डायलिसिस की जरूरत, देखने के लिए वीआईपी लोगों की लगी कतार
अरुण जेटली - फोटो : bharat rajneeti
दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती पूर्व वित्त मंत्री और भाजपा नेता अरुण जेटली की हालत नाजुक बनी हुई है। शनिवार को उन्हें वेंटिलेटर से हटा कर एक्स्ट्राकॉरपोरेल मेम्ब्रेन ऑक्सीजनेशन (ईसीएमओ) और इंट्रा-ऑर्टिक बलून पंप (आईएबीपी) सपोर्ट पर रखा गया है। उन्हें डायलिसिस की जरूरत पड़ सकती है। इसके बाद से ही नेताओं-राजनेताओं के आने-जाने का सिलसिला जारी है। रविवार शाम करीब साढ़े छह बजे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह अरुण जेटली से मिलने एम्स पहुंचे। उनसे पहले दोपहर को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी अस्पताल गए थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भूटान दौरे से स्वदेश लौट आए हैं। खबरों के मुताबिक वे आज जेटली का हाल जानने एम्स जा सकते हैं।
उनसे पहले रविवार सुबह संघ प्रमुख मोहन भागवत भी एम्स पहुंचे थे और एम्स के कार्डिएक न्यूरो सेंटर में भर्ती पूर्व वित्त मंत्री के परिजनों से मुलाकात की। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और राम विलास पासवान सहित कई नेता भी जेटली के स्वास्थ्य की जानकारी लेने के लिए रविवार को एम्स गये। उनके अलावा अस्पताल जाने वालों में हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल कलराज मिश्रा, आरएसएस संयुक्त महासचिव डॉ कृष्ण गोपाल और समाजवादी पार्टी के पूर्व नेता अमर सिंह भी शामिल हैं।
शनिवार को केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह, यूपी की पूर्व सीएम मायावती, सतीश मिश्रा, सत्यपाल मलिक, बिहार के सीएम नीतीश कुमार एम्स पहुंचे थे। वहीं कांग्रेस नेता अभिषेक सिंघवी, ज्योतिरादित्य सिंधिया और एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ भी शनिवार को एम्स गये थे।
उधर एम्स के डॉक्टरों का कहना है कि पिछले दो दिन से दिल और फेफड़ों ने काम करना बंद कर दिया है। वेंटीलेटर से भी फायदा न होने के कारण अरुण जेटली को एक्मो पर रखा है।
डॉक्टरों का कहना है कि अरुण जेटली अभी भी सांस नहीं ले पा रहे हैं। आईसीयू में भर्ती होने के कारण किसी को भी उनसे मिलने नहीं दिया जा रहा है।
डॉक्टरों का कहना है कि फिलहाल हालत काफी नाजुक होने के कारण भविष्य के बारे में कुछ भी कहा नहीं जा सकता। बताया जा रहा है कि परिजनों की अपील के बाद एम्स प्रबंधन ने भी पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली का मेडिकल बुलेटिन जारी करना बंद कर दिया है।