केरल: भारी बारिश और बाढ़ से 42 लोगों की मौत, यूएई ने केरल यात्रा को लेकर जारी किया परामर्श

खास बातें
उन्होंने बताया कि राज्य के 988 राहत शिविरों में 1,07,699 लोगों को सुरक्षित पहुंचाया गया। वायनाड से सबसे अधिक 24,990 लोगों ने इन शिविरों में पनाह ली है। माना जा रहा है कि मलप्पुरम जिले में नीलाम्बुर क्षेत्र में हुए भूस्खलन में 40 से अधिक लोग फंसे हुए हैं।
इलाके से तीन शव बरामद किए गए हैं और दो लोगों को बचाया गया है। राज्य पुलिस, राहत-बचाव दल और स्थानीय लोगों के साथ एनडीआरएफ इस क्षेत्र में बचाव अभियान चला रहा है। खराब मौसम ने क्षेत्र में बचाव कार्यों को बुरी तरह प्रभावित किया है। वायनाड के मेप्पडी क्षेत्र में भूस्खलन के मलबे से नौ शव बरामद किए गए हैं।
भूस्खलन से दो वर्म किलोमीटर क्षेत्र पूरी तरह गायब हो गया है। मलबे के नीचे कई लोगों के दबे होने की आशंका है। राहत और बचाव का कार्य जारी है। केरल सरकार द्वारा पांच जिलों के लिए 22 करोड़ रुपये की सहायता राशि जारी की गई है।
अधिकारियों ने बताया कि वायनाड में लगातार बारिश के कारण राहत कार्य प्रभावित हो रहा है। उन्होंने बताया कि जलस्तर बढ़ने के कारण बाणसुर सागर बांध खोलने का संकेत भी दिया गया है। मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने भी शुक्रवार को कहा था कि बांध किसी भी समय खोला जा सकता है।
यूएई ने केरल में बाढ़ के मद्देनजर यात्रा परामर्श किया जारी
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने केरल में मौजूद या वहां जाने के लिए इच्छुक अपने नागरिकों के लिए यात्रा परामर्श जारी कर दिया। नागरिकों को भारी बारिश के चलते अत्यंत सावधानी बरतने को कहा गया है।
यूएई की आधिकारिक संवाद समिति ‘वाम’ ने बताया कि परामर्श जारी कर नागरिकों से अपील किया गया है कि वे प्राकृतिक आपदा के संबंध में भारतीय प्राधिकारियों द्वारा जारी निर्देशों का पालन करें।
‘वाम’ ने कहा है कि केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम में स्थित वाणिज्यदूतावास ने एक अन्य परामर्श में केरल जा रहे यूएई के नागरिकों से अपील की है कि वे दूतावास में पंजीकरण कराएं ताकि वह उन पर नजर रख सके और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
वाणिज्यदूतावास ने अपने नागरिकों से कहा है कि वे आपात स्थिति में उसके फोन नंबर पर संपर्क करें।