प्रणब मुखर्जी ने विदेशी मीडिया को दी सलाह, कहा- पहले भारत में खुद घूमकर देखें तब तस्वीर पेश करें

मुखर्जी ने कहा, 'मैं आपसे अनुरोध करता हूं और आपको प्रोत्साहित करूंगा कि आप हमारे देश में घूमने, लोगों से मिलने और खुद चीजों को देखने के बाद भारत की एक तस्वीर पेश करें जो आपके जरिये ही दुनिया के सामने आती है।'
अपने भाषण में पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि, मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है, इसके पास बहुत ज्यादा शक्तियां है। क्योंकि यह अन्य तीन स्तंभों कार्यकारी, न्यायपालिका और विधायिका को जवाबदेह बनाने का प्रयास करता है। मीडिया जनता और लोक सेवकों के बीच मध्यस्थता का भी काम करता है। इसके पास जनता की राय को आकार देने की शक्ति है। इसमें सामाजिक न्याय और समानता सुनिश्चित करने की भी शक्ति है, लेकिन यह यह भी सुनिश्चित करें कि इस शक्ति का दुरुपयोग न हो।
उनकी यह टिप्पणी कश्मीर के हालात पर हो रही मीडिया कवरेज पर बहस की पृष्ठभूमि से जुड़ी थी, जहां अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को निरस्त करने के बाद आंदोलन और संचार पर प्रतिबंध लगाया गया है। हालांकि मुखर्जी ने अपने भाषण में इसका कोई उल्लेख नहीं किया।