राफेल विमानों के कल-पुर्जे जोड़ना सीखेंगे नागपुर आईटीआई के छात्र
दसॉल्ट एविएशन का राफेल विमान - फोटो : bharat rajneeti
फ्रांस की कंपनी दसॉल्ट एविएशन पहला राफेल जेट 20 सितंबर को भारत को सौंपेंगी। फ्रांस की कंपनी भारत को जो राफेल विमान देने वाली है, वह फ्रांस की वायुसेना के बेड़े में शामिल लड़ाकू विमान से भी एडवांस हैं। राफेल लड़ाकू विमानों के भारत पहुंचने से पहले ही भारतीय पायलटों ने इन्हें चलाने का प्रशिक्षण ले लिया है। अब नागपुर के एक औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) के छात्रों को राफेल और फाल्कन विमानों के कल-पुर्जे कैसे जोड़े जाएं, इसका प्रशिक्षण दिया जाएगा।
राफेल लड़ाकू विमान बनाने वाली फ्रांसीसी कंपनी दसॉल्ट एविएशन ने सरकार द्वारा संचालित आईटीआई नागपुर के साथ एक समझौते पर पिछले महीने हस्ताक्षर किया। इसके तहत संस्थान में ‘एरोनॉटिकल स्ट्रक्चर एंड इक्विपमेंट फिटर’ पाठ्यक्रम शुरू किया जाएगा।
आईटीआई के प्राचार्य हेमंत आवरे ने बताया कि, छात्र यहां डीआरएएल इकाई में फाल्कन और राफेल विमानों के एयरो स्ट्रक्चर, कॉकपिट फिटिंग, विंग फिटिंग और बॉडी स्ट्रक्चर फिटिंग का प्रशिक्षण हासिल करेंगे।