भाजपा कार्यालय में हंगामा, पूर्व महापौर को पति ने मारे थप्पड़, गाली-गलौज
नई दिल्ली स्थित भाजपा प्रदेश कार्यालय में बृहस्पतिवार को पार्टी के दो बड़े नेताओं के बीच मारपीट हो गई। इसके बाद देर रात प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने महरौली जिला अध्यक्ष आजाद सिंह को पद से मुक्त कर दिया। दरअसल दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की पूर्व महापौर सरिता चौधरी और उनके पति आजाद सिंह के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा है। बृहस्पतिवार शाम पार्टी कार्यालय में कई बड़े नेताओं के साथ मनोज तिवारी भी मौजूद थे।
दिल्ली विधानसभा चुनाव प्रभारी केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने दोपहर को कई जिले की टीम को बुलाया था। इसमें सरिता चौधरी और उनके पति भी पहुंचे थे। बैठक के बाद प्रकाश जावड़ेकर कार्यालय से निकल गए, लेकिन बाकी नेता प्रदेश अध्यक्ष कार्यालय में मौजूद थे।
इसी बीच शोरशराबे की आवाजें आने लगीं। देखते ही देखते नौबत मारपीट तक पहुंच गई। आजाद सिंह ने अपनी पत्नी सरिता चौधरी को कई थप्पड़ मारे। दोनों के बीच काफी गाली गलौच भी हुई।
कार्यालय में मौजूद किसी कार्यकर्ता ने अपने फोन से पूरी घटना की वीडियो बना ली। बाद में वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। उधर सरिता चौधरी ने फोन करके पुलिस को बुला लिया।
मामला पार्टी कार्यालय से होने के कारण पुलिस के भी हाथ पैर फूल गए और आनन फानन में पुलिस की टीमें कार्यालय पहुंच गईं। सरिता चौधरी ने इस घटना की लिखित शिकायत पुलिस को दी है। पुलिस के मुताबिक आगे की कार्रवाई की जा रही है।
पुलिस ने सोशल मीडिया की वीडियो को भी कार्रवाई का आधार के रूप में लिया है। बताया जा रहा है कि इन दोनों के बीच लंबे समय से विवाद चला आ रहा है। कोर्ट में भी इनके तलाक की याचिका विचाराधीन है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव प्रभारी केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने दोपहर को कई जिले की टीम को बुलाया था। इसमें सरिता चौधरी और उनके पति भी पहुंचे थे। बैठक के बाद प्रकाश जावड़ेकर कार्यालय से निकल गए, लेकिन बाकी नेता प्रदेश अध्यक्ष कार्यालय में मौजूद थे।
इसी बीच शोरशराबे की आवाजें आने लगीं। देखते ही देखते नौबत मारपीट तक पहुंच गई। आजाद सिंह ने अपनी पत्नी सरिता चौधरी को कई थप्पड़ मारे। दोनों के बीच काफी गाली गलौच भी हुई।
कार्यालय में मौजूद किसी कार्यकर्ता ने अपने फोन से पूरी घटना की वीडियो बना ली। बाद में वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। उधर सरिता चौधरी ने फोन करके पुलिस को बुला लिया।
मामला पार्टी कार्यालय से होने के कारण पुलिस के भी हाथ पैर फूल गए और आनन फानन में पुलिस की टीमें कार्यालय पहुंच गईं। सरिता चौधरी ने इस घटना की लिखित शिकायत पुलिस को दी है। पुलिस के मुताबिक आगे की कार्रवाई की जा रही है।
पुलिस ने सोशल मीडिया की वीडियो को भी कार्रवाई का आधार के रूप में लिया है। बताया जा रहा है कि इन दोनों के बीच लंबे समय से विवाद चला आ रहा है। कोर्ट में भी इनके तलाक की याचिका विचाराधीन है।
टिकट के लिए शुरू हुआ था विवाद
पार्टी सूत्रों का कहना है कि दोनों के बीच महरौली क्षेत्र से विधानसभा की टिकट को लेकर विवाद शुरू हुआ था। चूंकि सरिता चौधरी पार्टी में कई अहम पदों पर रह चुकी हैं। वहीं उनके पति भी जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। ऐसे में दोनों के अपने अपने दावे थे। दोनों ही एक ही विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ना चाहते हैं। बैठक के बाद टिकट को लेकर ही आपस में बहस शुरू हुई थी। जानकारी मिल रही है कि पार्टी के वरिष्ठ नेता सरिता चौधरी को टिकट देने के पक्ष में हैं।
पार्टी से नहीं जिम्मेदारी से किया मुक्त
दिल्ली भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने आजाद सिंह को जिलाध्यक्ष पद से हटा दिया है। हालांकि आजाद सिंह को अभी पार्टी से निष्कासित नहीं किया है। पार्टी के अनुसार इस घटना को लेकर जांच टीम गठित की गई है। रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
विपक्ष को मिला मौका
बताया जा रहा है कि भाजपा के वरिष्ठ नेता इस घटना को लेकर काफी चिंता में है। सभी का मानना है कि पार्टी कार्यालय में महिला से मारपीट होने के मामले ने विपक्ष को पूरा मौका दे दिया है। चूंकि सरिता सिंह कई बड़े पदों पर रह चुकी हैं और सोशल मीडिया पर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के कार्यकर्ता भी तीखी टिप्पणियां भाजपा पर कर रहे हैं। ऐसे में नेता जल्द ही इस मामले को रफा दफा करने में जुटे हैं।
पार्टी से नहीं जिम्मेदारी से किया मुक्त
दिल्ली भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने आजाद सिंह को जिलाध्यक्ष पद से हटा दिया है। हालांकि आजाद सिंह को अभी पार्टी से निष्कासित नहीं किया है। पार्टी के अनुसार इस घटना को लेकर जांच टीम गठित की गई है। रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
विपक्ष को मिला मौका
बताया जा रहा है कि भाजपा के वरिष्ठ नेता इस घटना को लेकर काफी चिंता में है। सभी का मानना है कि पार्टी कार्यालय में महिला से मारपीट होने के मामले ने विपक्ष को पूरा मौका दे दिया है। चूंकि सरिता सिंह कई बड़े पदों पर रह चुकी हैं और सोशल मीडिया पर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के कार्यकर्ता भी तीखी टिप्पणियां भाजपा पर कर रहे हैं। ऐसे में नेता जल्द ही इस मामले को रफा दफा करने में जुटे हैं।