अनुच्छेद 370 हटने के बाद कश्मीर में अबतक 13 लोगों की हत्या, आतंकियों के निशाने पर ये लोग

खास बातें
गैर प्रांतीय लोगों को निशाना बना रहे आतंकी, 24 अक्तूबर को दो ट्रक चालकों की हुई थी हत्या
दहशत फैलाने के लिए ट्रक चालकों, सेब व्यापारी व मजदूरों को कर रहे टारगेट
अपने मंसूबों में असफल हो रहे आतंकी अब घाटी में दहशत फैलाने के लिए गैर प्रांतीय लोगों को लगातार निशाना बना रहे हैं। इसमें सेब कारोबारी, ट्रक चालक से लेकर मजदूर तक शामिल हैं। यह आतंकियों की नई साजिश है। इससे पहले आतंकी सुरक्षा बलों के अलावा आम लोगों पर हमला करने से परहेज करते थे। पिछले एक पखवाड़े के दौरान इन आतंकियों ने ट्रक चालकों, सेब व्यापारी व मजदूरों को निशाना बनाया है।
विशेष रूप से दक्षिण कश्मीर में हो रही इन आतंकी घटनाओं का मकसद लोगों के बीच खौफ पैदा करना है। हालांकि इन हरकतों का खामियाजा सबसे ज्यादा घाटी के कारोबारी लोगों को ही होता है। उन्हें दूसरे राज्यों से रोजगार की तलाश में आने वाले लोगों की अनुपस्थिति का संकट झेलना पड़ता है। जिसका असर उनके व्यपार पर पड़ता है। दक्षिण कश्मीर के कुलगाम में आतंकियों ने मंगलवार की शाम पांच मजदूरों की हत्या की, एक मजदूर घायल है, ये सभी पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद के रहने वाले थे और यहां काफी समय से काम कर रहे थे।
इससे पहले 24 अक्तूबर को दक्षिणी कश्मीर के आतंकवाद प्रभावित शोपियां जिले के चित्रगाम जैनापोरा इलाके में आतंकियों ने सेब लदे तीन ट्रकों को निशाना बनाते हुए अंधाधुंध फायरिंग की। इसमें गैर कश्मीरी दो चालकों की मौत हो गई। जबकि तीसरा घायल हो गया था। एक की शिनाख्त राजस्थान के अलवर निवासी मोहम्मद इलियास के रूप में हुई, जबकि दूसरे की शिनाख्त पंजाब के चालक के रूप में हुई थी। जबकि तीसरा घायल चालक पंजाब के होशियारपुर का था।
Wrecked havoc on October 14 too
इससे पहले 14 अक्तूबर को आतंकियों ने शोपियां में सेब लाद रहे राजस्थान के ट्रक चालक शरीफ खान की हत्या कर दी थी। इसी दिन पुलवामा में एक छत्तीसगढ़ के एक ईंट-भट्टा मजदूर सागर की हत्या आतंकियों ने कर दी थी। साथ ही 16 अक्तूबर को शोपियां में ही पंजाब के दो सेब कारोबारियों पर हमला किया था। इसमें चरणजीत सिंह की मौत हो गई थी जबकि दूसरा कारोबारी संजीव घायल हुआ था।
Terrorists killed 13 people after August 5
राज्य से पांच अगस्त को अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से आतंकियों ने 13 लोगों की हत्याएं की हैं। घाटी के शांतिपूर्ण माहौल से बौखलाए आतंकियों ने 28 सितंबर से लगातार घटनाएं कर लोगों में दहशत फैलाने की साजिशें शुरू की हैं। इस दौरान 13 घटनाओं को अंजाम देकर 10 गैर कश्मीरी नागरिकों समेत 13 लोगों की हत्याओं को अंजाम दिया।