अब से कुछ ही देर में विधानमंडल को संबोधित करेंगे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
उन्होंने कहा था कि कि जिन्होंने 14-15 वर्ष जंगलराज, अराजकता पैदा की, गरीबों के हकों पर डाका डाला, उन्हें 23 करोड़ लोगों के हितों पर चर्चा कैसे अच्छी लग सकती है। वे गरीबों के हित और उनके विकास में बाधक हैं। उन्हें लगता है कि विकास से जातिवाद खत्म हो सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा, विपक्षी दल समझते हैं कि सदन में चर्चा होगी तो उनकी सच्चाई सामने आ जाएगी। सच का सामना नहीं कर सकते, इसलिए वादा करके भी विपक्षी दल सदन का हिस्सा नहीं बने। गरीबों को सरकारी योजनाओं का लाभ मिलने से विपक्ष तिलमिला रहा है। उसे यह व्यक्तिगत हितों पर कुठाराघात लग रहा है। 2019 के लोकसभा चुनाव ने साबित कर दिया कि लोग अब जातिवाद के नाम पर वोट नहीं डालते। जनता उन्हें सबक सिखाएगी।