बापू की विरासत पर माकपा की भी निगाहें, पहली बार बांधे गांधी की तारीफों के पुल
Sitaram Yechury - फोटो : bharat rajneeti
देश में चल रही खुद को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की विरासत का दावेदार साबित करने की होड़ में अब मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) भी शामिल हो गई है। बुधवार को राऊज एवेन्यू स्थित अपने नए कार्यालय सुरजीत भवन के उद्घाटन समारोह में माकपा नेता पहली बार बापू की तारीफों के पुल बांधते दिखाई दिए। माकपा के किसी समारोह में ऐसा भी पहली बार हुआ कि मंच पर केवल दो ही नेताओं की तस्वीर लगाई गई थी। एक तस्वीर थी माकपा के संस्थापक सदस्य और पूर्व महासचिव कामरेड हरकिशन सिंह सुरजीत की और दूसरी महात्मा गांधी की। नए कार्यालय का उद्घाटन समारोह भी जानबूझकर महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के दिन ही रखा गया था। उद्घाटन भाषण में भी पार्टी महासचिव सीताराम येचुरी ने महात्मा गांधी को कई बार याद किया।
उन्होंने कहा कि गांधी की विचारधारा और उनके आदर्श आज की राजनीति में और भी ज्यादा प्रासंगिक हो गए हैं। इससे पहले माकपा के केंद्रीय कार्यालय एके गोपालन भवन पर गांधी जयंती के मौके पर ऐसा भव्य समारोह कभी आयोजित नहीं किया गया था।
अभी तक केवल कांग्रेस ही महात्मा गांधी की विरासत संभालती थी, लेकिन पांच साल पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ भारत अभियान छेड़कर राष्ट्रपिता की विरासत पर भाजपा का भी दावा ठोक दिया था। यहां तक कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत भी बापू की तारीफ कर चुके हैं। अब इस पंक्ति में माकपा भी आ खड़ी हुई है।
भव्य है पार्टी का नया कार्यालय भवन
माकपा का नया कार्यालय सुरजीत भवन एक नौ मंजिला इमारत है। भूतल पर रिसेप्शन है। बाकी मंजिलों पर वरिष्ठ नेताओं के कार्यालय, ऑडिटोरियम, लेक्चर हॉल, कांफ्रेंस हॉल और बाहर से आने वाले नेताओं व कार्यकर्ताओं के लिए गेस्ट हाउस व डोरमेट्री बनाए गए हैं। इस भवन का इस्तेमाल कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण देने और पार्टी की बैठकें आयोजित करने में किया जाएगा।