
कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने अर्थव्यवस्था को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर एक बार फिर हमला बोला है। उन्होंने ट्वीट करते हुए प्रधानमंत्री को बेचेंद्र मोदी कहा। अपने ट्वीट के साथ उन्होंने एक कार्टून भी अटैच किया है।
राहुल ने ट्वीट कर कहा- 'बेचेंद्र मोदी देश के पीएसयू को सूट-बूट वाले मित्रों के साथ बंदर बांट कर रहा है, जिसे देश ने वर्षों की मेहनत से खड़ा किया है। ये लाखों पीएसयू कर्मचारियों के लिए अनिश्चितता और भय का समय है। मैं इस लूट के विरोध में उन सभी कर्मचारियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा हूं।'
राहुल का यह बयान उस रिपोर्ट के बाद आया है जिसमें कहा गया था कि भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) के प्रस्तावित निजीकरण के विरोध में कर्मचारी हड़ताल की योजना बना रहे हैं। कांग्रेस ने पिछले हफ्ते सरकार पर आरोप लगाया था कि वह बीपीसीएल को चुपके से, संसद में प्रस्ताव पारित किए बगैर बेचना चाहती है। कांग्रेस का कहना है कि ऐसी आर्थिक नीतियों का कोई मतलब नहीं है।
सरकार ने पांच प्रमुख सार्वजनिक क्षेत्र की इकाईयों में विनिवेश से 1.05 लाख करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी कर ली है। केंद्र सरकार ने भारत पेट्रोलियम, शिपिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया, कंटेनर कॉर्पोरेशन, नॉर्थ ईस्टर्न इलेक्ट्रिक पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड और टीएचडीसी इंडिया के शेयर बेचने को मंजूरी दे दी है।
इस विनिवेश के लिए सरकार ने डिपार्टमेंट ऑफ इंनवेस्टमेंट एंड पब्लिक असेट मैनेजमेंट का गठन किया है। सरकार केवल घाटे में चल रही कंपनियों में विनिवेश नहीं कर रही है बल्कि उसने जिन पांच कंपनियों को चुना है उनमें से तीन लाभ में हैं। अकेले बीपीसीएल का साल 2018-19 में मुनाफा सात हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का रहा है। सरकार को भारत पेट्रोलियम के शेयरों की बिक्री करने से 54,055 करोड़ रुपये मिलेंगे।