पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ को सोमवार को दुबई के एक अस्पताल में गंभीर स्वास्थ्य समस्या के चलते भर्ती कराया गया है। मेडिकल रिपोर्ट के अनुसार मुशर्रफ को दिल की बीमारी है और वह ब्लड प्रेशर की समस्या से जूझ रहे हैं। 2016 से मुशर्रफ आत्मारोपित निर्वासन के तहत दुबई में इलाज के नाम पर रह रहे हैं और तब से वह अपने देश वापस नहीं गए हैं। उनके खिलाफ पाकिस्तान में राजद्रोह का मामला तल रहा है और एजेंसियां उनके स्वदेश लौटने का इंतजार कर रही हैं।
पिछले महीने इस्लामाबाद उच्च न्यायालय ने विशेष अदालत को इस मामले में अपना फैसला सुनाने से रोक दिया था। विशेष अदालत ने तीन नवंबर 2007 को आपाताकाल की घोषणा के मामले में मुशर्रफ के खिलाफ दायर मामले में 19 नवंबर को सुनवाई पूरी कर ली थी। अदालत को 28 नवंबर को इस मामले में फैसला देना था।
मुशर्रफ अगर दोषी पाए गए तो उन्हें मृत्युदंड या आजीवन कारावास की सजा सुनाई जा सकती है। डॉन समाचार पत्र की खबर के अनुसार इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने विशेष अदालत को मुशर्रफ के खिलाफ दायर इस मामले में फैसला सुनाने से रोक दिया है। पाकिस्तानी सरकार ने सोमवार को एक याचिका दायर की थी, जिसमें विशेष अदालत को 28 नवंबर को फैसला सुनाने से रोकने की अपील की गई थी।
यह मामला तत्कालीन पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज सरकार में दायर किया गया था। उनके खिलाफ 2013 में देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया था। 31 मार्च 2014 को मुशर्रफ को आरोपी घोषित किया गया और उसी साल सितंबर अभियोजन ने विशेष अदालत में उनके खिलाफ सभी सबूत पेश किए।