तीन कृषि कानूनों के विरोध में शुरू हुआ किसान आंदोलन बीते सात महीनों से जारी है। आंदोलन को शुरू हुए इतने दिन भले ही बीत गए हों लेकिन अपनी मांगों को लेकर किसानों का जज्बा बिल्कुल कम नहीं हुआ है। वे अब भी तीनों कानूनों को वापस लिए जाने की मांग पर अड़े हुए हैं। आज आपको बता रहे हैं सात महीने पूरे होने के बाद क्या है किसान आंदोलन का हाल-
राकेश टिकैत ने कहा कि दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल से किसानों की नॉर्थ ईस्ट डीसीपी दफ्तर में वर्चुअल मीटिंग कराई गई। राज्यपाल महोदय के सचिव ने डीसीपी दफ्तर आकर ज्ञापन लिया। आज किसान दिल्ली कूच नहीं करेंगे।
'संसद तो किसानों का अस्पताल'
भाकियू नेता राकेश टिकैत ने कहा कि संसद तो किसानों का अस्पताल है। वहां हमारा इलाज होगा। हमें पता चला है कि किसानों का इलाज एम्स से अच्छा तो संसद में होता है। हम अपना इलाज वहां कराएंगे। जब भी दिल्ली जाएंगे, हम संसद में जाएंगे।
'दिल्ली बगैर ट्रैक्टर के नहीं मानती'
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि हमारे जिन पदाधिकारियों को पकड़ा है, उन्हें या तो तिहाड़ जेल भेजो या फिर राज्यपाल से इनकी मुलाकात कराओ। हम आगे बताएंगे कि दिल्ली का क्या इलाज करना है। दिल्ली बगैर ट्रैक्टर के नहीं मानती है। लड़ाई कहां होगी, स्थान और समय क्या होगा, यह तय कर बड़ी क्रांति होगी।
राकेश टिकैत ने सरकार पर लगाए गंभीर आरोप
यूपी गेट पर किसान आंदोलन के दौरान मीडिया से बातचीत में राकेश टिकैत ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार हमेशा झूठ बोलती है। वह कहती कुछ है और करती कुछ और है। 26 जून को देहरादून और दिल्ली समेत विभिन्न जगहों पर राज्यपाल को ज्ञापन दिया जाना था, मगर दिल्ली में किसानों को सांसदों से मिलवाने की बात कहकर अलग-अलग जगह पर छोड़ दिया गया। यह लोकतंत्र की हत्या है। इसी तरह देहरादून में किसानों को गिरफ्तार किया गया है।
राकेश टिकैत ने सरकार को कड़ा संदेश देते हुए कहा कि यदि गिरफ्तार किसानों की रिहाई नहीं हुई और गवर्नर से नहीं मिलवाया तो पूरे देश में किसान आंदोलन को तेज करेंगे। यूपी गेट से भी किसान दिल्ली की तरफ कूच करेंगे।
एलजी हाउस पहुंचे किसानों को पुलिस ने रोका, लिया हिरासत में
दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल के आवास पहुंचे किसानों को पुलिस ने रोक लिया। किसान एलजी से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपने की जिद कर रहे थे। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय महासचिव युद्धवीर सिंह, दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष विरेंद्र डागर और उनके साथियों को एलजी हाउस के प्रवेश द्वार पर ही हिरासत में ले लिया।
देहरादून: बैरिकेडिंग लगाकर रोके गए प्रदर्शनकारी
कृषि कानून के विरोध में देहरादून स्थित गांधी पार्क के समीप किसान यूनियन तोमर के पदाधिकारी व सदस्यों ने प्रदर्शन किया। वहीं, राजभवन कूच करने पहुंचे किसानों को पुलिस द्वारा हाथीबड़कला में बैरिकेडिंग लगाकर रोक लिया गया।
मोहाली और पंचकूला में बढ़ी परेशानी
किसान आंदोलन के मद्देनजर मोहाली शहर की अंदरूनी सड़कें पूरी तरह सील कर दी गई हैं, जिससे लोगों को भी दिक्कत आ रही है। इधर, दोपहर करीब पौने एक बजे किसान पंचकूला के नाडा साहिब गुरुद्वारा से रवाना हुए। वहीं मोहाली से किसानों ने अंब साहिब से यादविंदर चौक की तरफ कूच किया। इस दौरान किसान नेता रुलदू सिंह ने कहा कि आज के दिन इंदिरा गांधी की तरफ से इमरजेंसी लगाई गई थी। उसे याद करते हुए यह मोर्चा निकाला जा रहा है। यादविंदर चौक पर किसानों ने पुलिस के बैरिकेड तोड़ दिए।
गिरफ्तारी की अफवाह पर बोले टिकैत
आंदोलन के बीच किसान नेता राकेश टिकैत की गिरफ्तारी को लेकर कई जगह अफवाह उड़ गई थी। इसे सिरे से नकारते हुए टिकैत ने कहा कि सरकार जानबूझ कर इस तरह की अफवाह उड़ा रही है, क्योंकि मैंने कहा था कि किसान के बच्चे ट्विटर भी चलाएंगे, टैंक भी और ट्रैक्टर भी। टिकैत ने सभी से अपील की है कि वे किसी भी तरह की अफवाह पर विश्वास न करें।
हरियाणा के राज्यपाल से मिलने जा रहे किसान नेता
हरियाणा में कृषि कानूनों की वापसी को लेकर बड़ी संख्या में किसान नेता पंचकूला से चंडीगढ़ की तरफ राज्यपाल को मांग पत्र सौंपने के लिए राजभवन कूच कर रहे हैं।
कृषि मंत्री बोले हर प्रावधान पर बात को तैयार
दिल्ली की तमाम सीमाओं पर आज किसान बड़ा प्रदर्शन कर रहे हैं। इसे देखते हुए कृषि मंत्री ने बयान जारी किया है कि, मैं सभी किसान यूनियन के लोगों को कहना चाहता हूं कि उनको अपना आंदोलन समाप्त करना चाहिए। भारत सरकार कानून के किसी भी प्रावधान पर बात करने के लिए तैयार है और उसका निराकरण करने के लिए भी तैयार है।
राकेश टिकैत की गिरफ्तारी की खबर है झूठी: दिल्ली पुलिस
दिल्ली पुलिस ने सोशल मीडिया पर चल रही भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत की गिरफ्तारी की खबर को गलत बताया है। पुलिस ने अपील की है कि ऐसी फर्जी खबरों से सतर्क रहें। ऐसे फर्जी खबर फैलाने वालों पर पुलिस नजर रख रही है।
हर परिस्थिति से निपटने के लिए हम तैयार: डीसीपी, पंचकूला
पंचकूला के डीसीपी मोहित हांदा ने कहा कि हमारे पास किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त फोर्स है। हम परिस्थिति को शांति से संभालने का प्रयास करेंगे। हम उम्मीद करते हैं कि किसानों का आज का सारा कार्यक्रम कानून-व्यवस्था को ताक पर रखे बिना पूरा होगा।
राज्यपालों से करेंगे भेंट: गौरव टिकैत
भारतीय किसान यूनियन की युवा इकाई के अध्यक्ष गौरव टिकैत ने कहा कि हम देश भर में शांतिपूर्ण ढंग से राज्यपालों से भेंट कर उन्हें ज्ञापन सौंपेंगे।
दिल्ली में भारी सुरक्षाबल तैनात
किसानों की ट्रैक्टर रैली की घोषणा के बाद से दिल्ली के कई इलाकों में भारी संख्या में पुलिस और अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है। जगह-जगह पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
यूपी गेट पहुंचेगी ट्रैक्टर रैली
सात महीने पूरे होने पर किसानों ने आज एक बार फिर ट्रैक्टर रैली की घोषणा की है। भारतीय किसान यूनियन द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक आज दोपहर एक बजे से यूपी गेट में मंच कार्यक्रम शुरू होगा। इसके लिए ट्रैक्टर रैली सहारनपुर से चलकर वाया मुजफ्फरनगर यूपी गेट पहुंचेगी।
लखनऊ में किसानों का विरोध प्रदर्शन
उत्तर प्रदेश किसान आंदोलन के सात महीने पूरे होने पर किसानों ने लखनऊ में विरोध-प्रदर्शन किया। किसान नेता राजेश सिंह चौहान ने बताया कि एक साल से देश में अघोषित आपातकाल लगा है। इसके विरोध में हम आज राज्यपाल के जरिये राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपेंगे क्योंकि किसानों का गेहूं मंडियों में सड़ रहा है।