दिल्ली से वाराणसी के बीच प्रस्तावित हाईस्पीड ट्रेन (बुलेट ट्रेन) भी रफ्तार पकड़ने लगी है। नोएडा में इस ट्रेन के लिए करीब 161 हेक्टेयर जमीन की दरकार है, जिसमें से 101 हेक्टेयर जमीन सरकारी है। शेष 60 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण जल्द होने जा रहा है। इसकी तैयारी के लिए अहम बैठक शुक्रवार को कलेक्ट्रेट में हुई। ट्रेन दौड़ने से दिल्ली से नोएडा एयरपोर्ट की सीधी कनेक्टिविटी हो जाएगी। यात्री दिल्ली से मात्र 21 मिनट में नोएडा एयरपोर्ट पहुंच सकेंगे।
नोएडा में हुई बैठक में एडीएम दिवाकर सिंह ने बताया कि बैठक में नेशनल हाईस्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड के अलावा वन विभाग, लोक निर्माण विभाग आदि के अधिकारी भी शामिल हुए। इसमें बताया गया कि ट्रेन के लिए जिले में कुल 160.81 हेक्टेयर की जमीन की दरकार है। यह जमीन प्रशासन शीघ्र अधिगृहीत करके देगा। 101 हेक्टेयर जमीन सरकारी है। इसका पुनर्ग्रहण होगा। शेष जमीन किसानों से ली जाएगी। उनका सोशल इंपैक्ट असिस्मेंट कराया जाएगा।
इसे भी पड़े
रिपोर्ट आते ही सहमति लेकर जमीन ली जाएगी। अगले तीन से चार माह में जमीन लेकर हाईस्पीड रेल कार्पोरेशन को देनी है, ताकि जिले में शीघ्र निर्माण शुरू हो सके। यह प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल है। इसमें देरी नहीं की जा सकती। एडीएम ने कहा कि सिर्फ 60 हेक्टेयर जमीन ही अधिगृहीत होनी है, इसलिए ज्यादा समय नहीं लगेगा। किसान भी जमीन देने को तैयार हैं।
जिले में दो स्टॉपेज होंगे
दिल्ली से नोएडा एयरपोर्ट को जोड़ने के लिए बुलेट ट्रेन के दो स्टॉपेज जिले में तय किए गए हैं। इन दोनों को जोड़ने के लिए कई और वैकल्पिक साधनों पर विचार चल रहा है, लेकिन सबसे कम समय में यात्री दिल्ली से नोएडा एयरपोर्ट तक बुलेट ट्रेन के जरिये ही पहुंच सकते हैं। नियाल को प्राप्त बुलेट ट्रेन की प्राथमिक रिपोर्ट में बताया गया है कि ट्रेन दिल्ली के सरायकाले खां से नोएडा सेक्टर-148 होते हुए एयरपोर्ट तक 62.5 किलोमीटर की दूरी मात्र 21 मिनट में तय कर लेगी। दिल्ली के यात्री आसानी से नोएडा एयरपोर्ट तक पहुंच सकेंगे।
एलिवेटेड होगा ट्रैक, चार घंटे में पहुंचेंगे वाराणसी
दिल्ली से वाराणसी तक कुल 816 किलोमीटर लंबा सफर मात्र चार घंटे में पूरा होगा। बुलेट ट्रेन एक्सप्रेसवे के समानांतर जेवर तक जाएगी। इसका ट्रैक सर्विस रोड और एक्सप्रेसवे के बीच खाली जगह पर बनाने की योजना है। पहला फेज 2024-25 में पूरा करने का लक्ष्य है। इससे जुड़ने से नोएडा एयरपोर्ट से सफर करने वाले दिल्ली, नोएडा व आसपास के यात्रियों को बहुत बड़ी सौगात मिलेगी।
ये हैं प्रस्तावित स्टेशन
सराय काले खां, नोएडा के सेक्टर-148, नोएडा एयरपोर्ट, मथुरा, आगरा, इटावा, लखनऊ, रायबरेली, प्रयागराज, भदोही, वाराणसी तक जाएगी। अधिकतर स्टेशनों पर एक से दो मिनट का ही स्टॉपेज होगा।
प्रमुख स्टेशन और प्रस्तावित समय
- नोएडा एयरपोर्ट से आगरा - 33 मिनट
- दिल्ली से लखनऊ - 2.5 घंटे
- दिल्ली से वाराणसी - 4 घंटे
तीन फेज में होगा निर्माण
- पहला फेज में दिल्ली से आगरा तक-195 किमी
- दूसरा फेज में आगरा से लखनऊ तक-316 किमी
- तीसरा फेज में लखनऊ से वाराणसी-305 किमी
परियोजना पर एक नजर
- लंबाई- 816 किमी
- गति- 320 किमी प्रति घंटा
- लागत- 1.21 लाख करोड़